कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), बिक्रमगंज, रोहतास के तत्वावधान में डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विसेज फॉर इनपुट डीलर्स (डाईसी) प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ आज गुरुवार को हुआ। यह कार्यक्रम मैनेज, हैदराबाद द्वारा अनुमोदित एवं प्रबंधित है। इस अवसर पर केवीके की वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. शोभा रानी ने कहा कि यह प्रशिक्षण किसानों तक गुणवत्तापूर्ण कृषि आदानों की पहुँच सुनिश्चित करने तथा कृषि विस्तार सेवाओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके तहत सभी प्रतिभागियों को खाद, बीज, दवाई इत्यादि का लाइसेंस लेने हेतु पात्र माना जाएगा। हैदराबाद के संस्थान मैनेज द्वारा वर्तमान लाइसेंस डीलरों एवं नए डीलरों बनने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए यह एक वर्षीय पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा है जिसमें 48 सप्ताह तक प्रत्येक सप्ताह एक दिन बृहस्पतिवार को कक्षा आयोजितकरना है प्रौद्योगिकी क्लास एवं क्षेत्र भवन भी शामिल हैं इसमें 40 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं या एक गैर आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम है। अतिथि सह अनुमंडल कृषि पदाधिकारी (एसएओ) मधुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि कृषि आदान विक्रेताओं को तकनीकी ज्ञान से लैस करने से किसानों को सही मार्गदर्शन मिलेगा और कृषि उत्पादकता बढ़ेगी। उन्होंने प्रायोगिक अनुभव लेने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि लाइसेंस मिलने के बाद सभी को सरकार के अधीन काम करके किसानों को अपनी सेवाएं देंगे। प्रशिक्षक डॉ. रमाकांत सिंह ने बताया कि इस कोर्स में 40 प्रतिभागियों को कृषि विस्तार, मृदा स्वास्थ्य, उन्नत बीज, कीटनाशक प्रबंधन आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक गुरुवार को इसका प्रशिक्षण केंद्र में दिया जाएगा। इस अवसर पर वैज्ञानिक आर.के. जालज, डॉ. रतन कुमार, हरेंद्र प्रसाद शर्मा, अभिषेक कौशल, सुबेश कुमार, राकेश कुमार, नवीन कुमार इत्यादि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ रतन कुमार ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रमाकांत सिंह ने दिया। यह प्रशिक्षण कृषि क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा।