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शहर के अंजबित सिंह कॉलेज में सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने और स्वरोजगार सृजन हेतु छात्र व छात्राओं को हुनर सिखाना समय की मांग है । उपरोक्त बातें अंजबित सिंह कॉलेज बिक्रमगंज में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष सह कार्यशाला आयोजक सचिव डॉ कन्हैया सिंह ने कहीं । उक्त कॉलेज द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास सह आयोजक की भूमिका निभाई । इस राष्ट्रीय कार्यशाला में तीन साधन सेवियों ने छात्रों को मशरूम उत्पादन और जैविक खाद बनाने की विधि बताई। एन कॉलेज दुमका झारखंड के वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष एवं झारखंड बायोडायवर्सिटी बोर्ड के सदस्य डॉ अमरनाथ सिंह ने जैविक खाद तैयार करने के बारे में विस्तृत तरीके से प्रकाश डाला एवं बच्चों को करके दिखाया भी । उन्होंने बताया कि जैविक खाद से जैविक कृषि को बढ़ावा मिलेगा । डॉ विनय भूषण विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान विभाग टी पी एस कॉलेज पटना ने विभिन्न प्रकार के मशरूम उत्पादन के बारे छात्रों को जानकारी दी और प्रदर्शन करके भी दिखाया । साथ ही कहा कि कम जगह और कम लगत में भी इसका उत्पादन कर सकते है । कार्यक्रम को कृषि विज्ञान केंद रोहतास के वरीय वैज्ञानिक डॉ शोभा रानी ने मशरूम उत्पादन एवं जैविक खाद पर छात्र व छात्राओं को कौशल विकास से संबंधित बाते बताई और उसके लाभ व हानि के बारे में बताया । डॉ अशोक कुमार बोकारो झारखंड ने भी मशरूम उत्पादन के गुण बच्चों को सिखाया एवं इस कार्य के लिए प्रेरित किया । इस सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में बिहार और झारखंड से कुल 48 लोगों ने पंजीयन कराया और उत्साहित होकर इस कार्यशाला में मशरूम उत्पादन के गुण सिख रहे है । कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित करके किया गया । इसके बाद सभी अतिथियों को शॉल देकर सम्मानित किया गया । इको क्लब के सक्रिय सदस्यों ने पौधा सरंक्षण के प्रतीक इको क्लब का टोपी सभी अतिथियों को पहनाया और पर्यावरण सरंक्षण का संदेश दिया । कार्यशाला में मंच का संचालन वनस्पति विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ शशि भूषण आकर्षक एवं प्रभावी तरीके से किया । धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभाग के फजल अहमद ने किया । कार्यक्रम में पूर्व प्राचार्य डॉ संतोष कुमार सिंह, डॉ सरोज राम, डॉ परवेज अहमद, डॉ कमल किशोर, अरुण कुमार सिंह, मदन वैश्य, डॉ कुमारी प्रिया उपस्थित थी ।

CHANDRAMOHAN CHOUDHARY
Author: CHANDRAMOHAN CHOUDHARY

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