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Bikramganj में भाई-दूज का पर्व श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया

बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र में भाई की लंबी उम्र की कामना के लिए बहनों ने भाई-दूज का पर्व श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया। प्रखंड के सभी गांव व नगर में गोवर्धन बनाकर बहनों ने पूरे विधि विधान से पूजा-पाठ किया और चाना व नैवेद्य चढ़ाए। इसके साथ ही बहनों ने कथा सुनी, साथ ही साथ भाई के लंबी उम्र की कामना की। प्रखंड क्षेत्र के काराकाट, गोडारी, करूप, जयश्री, संसार डिहरी, मोथा सहित सभी गावों में बड़ी ही श्रद्धापूर्वक भाई-दूज का पर्व मनाया गाय। वहीं नगर पंचायत के गोडारी माइंड स्क्वायर परिसर में सुबह से ही महिलाएं एकत्रित होकर बड़ी ही विधिविधान से पूजा पाठ करते हुए दिखाई दी। महिलाओं ने एक गोला बनाकर बीच में गोधन बनाया और उसके बाद पूजा पाठ की शुरुआत की। अंत में महिलाओं ने आरती की और एक दूसरे को प्रसाद वितरण किया। महिलाओं में सबिता देवी, दया देवी, स्वेत रंजनी, रंभा, पलक, सोनाली जानकारी देते हुए बताया की परंपरा के अनुसार सभी बहने सबसे पहले अपने भाइयों को प्रतीकात्मक रूप से मृत्यु का श्राप दिया और फिर अपनी जीभ पर कांटा चुभाकर इस श्राप का प्रायश्चित किया। इसके बाद गोबर के प्रतीकात्मक गोधन को कूटते हुए अपने भाइयों की सुरक्षा की कामना की। इसके उपरांत भाइयों ने अपनी सामर्थ्य अनुसार बहनों को उपहार भेंट किए। कुरूर गांव निवासी पंडित नंदजी दुबे ने बताया की एक बार यम और यमनी संसार में ऐसे व्यक्ति के खोज में विचरण कर रहे थे की जिसकी बहन उन्हें कभी श्रापित और अपशब्द नहीं कहा हो। ऐसे भाई को वो अपने साथ यमलोक ले जाना चाहते थे। विचरण के दौरान उन्हें एक ऐसा व्यक्ति भी मिला, लेकिन जब इसकी जानकारी उसके बहन को हुई तो उसने अपने भाई की रक्षा के लिए उसे श्राप दिया और अपशब्द भी कहे। तब यमराज और यमनी उसके भाई के प्राण नहीं हर सके। बस तभी से यह परम्परा चली आ रही है।

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