अरवल । परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति देने के उद्देश्य स्वास्थ्य मेला का आयोजन सदर अस्पताल परिसर अरवल में किया गया इसका उद्घाटन डॉ महेंद्र प्रसाद अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी अरवल के द्वारा किया गया अपनी संबोधन में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि परिवार नियोजन के महत्व लैंगिक समानता गरीबी मातृ स्वास्थ्य और मानव अधिकारों की विभिन्न जनसंख्या संबंधित मुदो पर लोगों को जागरूक करना है। इसका लक्ष्य जनसंख्या के मुद्दों जो कैसे समग्र विकास योजनाओं और कार्यक्रमों को प्रभावित करता है इस पर लोगों को ध्यान केंद्रित करना है बिहार में परिवार नियोजन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जो राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास से सीधे जुड़ा हुआ है परिवार नियोजन महिलाओं को या अधिकार देता है कि उनके कब और कितने बच्चे हैं परिवार नियोजन के कई लाभ हैं जिन्हें माता और बच्चों का बेहतर स्वास्थ्य गरीबी में कमी और बेहतर शिक्षित आबादी शामिल है।
गर्भ निरोधक का उपयोग महिलाओं के लिए विशेष रूप से युवा काम बच्चों वाली महिलाओं और लड़कियों में गर्भावस्था संबंधित स्वास्थ्य जोखिमयों को रोकता है जबकि स्वास्थ्य के अलावा कई अन्य लाभ है प्रधान होता है जिसमें उच्च शिक्षा के अवसर महिलाओं को का सशक्तिकरण सतत जनसंख्या वृद्धि व्यक्ति और समुदाय के लिए आर्थिक विकास की तैयारी शामिल है.इन्होंने कहा कि पहले गर्भधारण 20 वर्ष की उम्र में तथा दो बच्चों में 3 साल का अंतराल होने से मां और बच्चों के स्वास्थ्य को भी लाभ मिलता है एवं गर्भनिरोधक के उपयोग से मातृ मृत्यु की संख्या में लगभग 20 से 30% की कमी हो सकती है किशोर सर सदर अस्पताल अरवल के उपाधीक्षक डॉक्टर रमन आर्य भट्ट स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रियंका सिंह डॉक्टर विनीत कुमार रंजन अस्पताल प्रबंधक रिजवान उल हक एफपी काउंसलर डॉक्टर सुरेंद्र प्रसाद पवन पिरामल नीरज कुमार पी एस आई इंडिया के अलावे अन्य कर्मी मौजूद थे।