बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत बिक्रमगंज, काराकाट सहित सभी प्रखंडों में नागपंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बिक्रमगंज प्रखंड मुख्यालय, नोनहर, काराकाट प्रखंड मुख्यालय गोड़ारी प्राचीन स्थान बकस बाबा मंदिर, कुरूर बाजार शिव मंदिर, मोथा बकस बाबा, चिल्ला बक्स बाबा, अमौरा बक्स बाबा, देवमार्कण्डेय शिव धाम, संझौली प्रखंड के करमैनी, राजपुर प्रखंड मुख्यालय के बक्स बाबा स्थान समेत सभी प्रखंडों के शहरी व ग्रामीण कस्बों में स्थित मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई।
इसके अलावा हर घरों में लोगों ने हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ नागपंचमी का पर्व मनाया। नागपंचमी के पावन अवसर पर कांवरियां संग सभी श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को अहले सुबह से ही नाग देवता के मंदिर पहुंच जलाभिषेक करते हुए दूध व लावा चढ़ाया।
इस दौरान सभी भक्तों ने नाग देवता की जय व जय भोलेनाथ की जयघोष लगा रहे थे। मंदिरों के बाहर छोटे व बड़े व्यापारियों ने अपनी दुकानें भी सजाईं थी। जहां लोगों ने जमकर खरीदारी की। मेले में कई खेलों का आमलोगों के साथ – साथ छोटे – छोटे बच्चों ने लुत्फ उठाया।
बता दें कि सावन मास में नागपंचमी का विशेष महत्व है। पूजा समिति सदस्यों ने बताया कि सुबह मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोले गए। मंदिर में भक्तों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए पूजा समिति के सभी सदस्यों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन ने भी व्यवस्था बनाने में अहम योगदान दिया।
जानकार के अनुसार बताया बताया गया कि हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व हर वर्ष मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ नाग देवता की पूजा करने का विधान है। इस दिन पूजा करने से कुंडली से कालसर्प दोष के साथ-साथ राहु-केतु के दुष्प्रभाव कम हो जाते हैं। इसके साथ ही सांपों से संबंधित हर तरह का भय खत्म हो जाता है।