आमस (गया) धर्मेन्द्र कुमार सिंह
गया जिले के आमस सामुदायिक स्वास्स्थ्य केन्द्र में आशा कार्यकर्ताओं की चल रही दो दिवसीय ट्रेनिंग मंगलवार को समाप्त हो गई। डब्लूएचओ मोनिटर अमजद जावेद व बीसीएम मिथिलेश रवि ने छूटे हुये बच्चों के अभिभावकों को समझा-बुझाकर टीके लगाने को कहा है। इसके प्रति पहले अभिभावकों को जागरूक करने और टीके से होनेवाले फायदों के बारे में बताने को भी कहा है। जन्म से एक वर्ष के अंदर कौन सी टीका कब लगाना है इसकी पूरी जानकारी ट्रेनिंग में दी गई। अमजद जावेद के अनुसार करीब 12 प्रतिशत नवजात बच्चों के माता-पिता विभिन्न कारणों से टीका लगवाने से इंकार कर गए हैं। जिन्हें छूटे हुए टीका लगाने को लेकर आशा कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई।
चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेश कुमार ने बताया कि छूटे हुये बच्चों में अधिकांश महादलित के बच्चे हैं। जिनके माता-पिता में टीका लगने पर बच्चे को फिवर आने व किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित होने की भ्रांती है। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्र से लाभ नहीं मिलने व राशन कार्ड नहीं बने होने का हवाला दे टीका लगवाने से इंकार कर रहे हैं। ट्रेनिंग में सुनीता, किरण, निलम, इंदू, फूलकुमारी, डोमनी, सुमित्रा आदि आशा कर्मी रहीं।