अरवल । पैसे के लिए आदमी कितना गिर सकता है इसका उदाहरण है जागा ब्राह्मण जो मृत्यु भोज के समापन पर जागा ब्राह्मण भोज कर यज्ञ पूर्ण करने की घोषणा करते हैं उन्हें श्राद्ध वाले घर से मोटा दक्षिणा भी सभी को मिलता है इसे वृति कहते हैं इन दोनों किंजर शिव मंदिर परिसर में रात्रि के समय कई जागा ब्राह्मण विश्राम करते हैं उनके साथ नाबालिक बच्चे भी होते हैं जो स्कूल में पढ़ने वाले होते हैं ।
एक जागा ब्राह्मण ने अपनी नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अलीपुर थाना गया जिला के बरसीमा ग्राम निवासी शैलेंद्र राय के दो बच्चे हैं एक नौ वर्ष एवं एक 6 वर्ष के दोनों को स्कूल छुड़ाकर साथ वृत्ति के लिए लाते हैं वहीं उसी ग्राम के भीम राय अपने 10 वर्ष के बच्चे जो टेकारी में पढ़ता है उसे भी स्कूल छुड़ाकर वृति के लिए लाते हैं जो बच्चे को भविष्य के लिए अच्छा नहीं है।