अरवल। जिला पदाधिकारी अरवल श्रीमती वर्षा सिंह की अध्यक्षता में दूर्गापूजा पर्व 2023 के आलोक में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक समाहरणालय सभा कक्ष में आयोजित की गई।
जिला पदाधिकारी द्वारा सभा में उपस्थित सभी जन प्रतिनिधियों एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के सुझाव को ध्यानपूर्वक सुना गया एवं जरूरी निदेष दिये गये। जिला पदाधिकारी द्वारा निदेष दिया गया कि बगैर अनुमति के जुलूस नहीं निकाला जायेगा साथ ही जुलूस में डीजे बजाना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। जुलूस की अनुमति के लिए जो भी आवेदन करेंगे वो समय एवं रूट चार्ट उपलब्ध कराना सुनिष्चित करेंगे।
साथ ही रूटचार्ट एवं समय का उल्लंघन कदाचार माना जाएगा एवं कार्रवाई की जाएगी। जो भी पंडाल आयोजक लाईसेंस के लिए आवेदन करेंगे, उनके साथ 15-20 स्वयं सेवी लोगों का फोटो एवं आधार कार्ड उपलब्ध कराना सुनिष्चित करेंगे। बिजली विभाग को निदेष दिया गया कि जितने भी पंडाल के लिए बिजली का आवेदन प्राप्त हो, उसका अच्छे तरह से बिजली व्यवस्था का जायजा लेंगे ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके।
इसके बाद सभी अधिकारियों को निदेषित किया गया कि मूर्ति विसर्जन को शाम ढ़लने के पहले ही विसर्जन कराना सुनिष्चित करेंगे ताकि नदी एवं तालाबों से संबंधित किसी भी प्रकार की संभावित घटना कि स्थिति ना हो सके। सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को भी क्षेत्रिय स्तर पर शांति समिति की बैठक करने का निदेष दिया गया। पुलिस विभाग एवं उत्पाद विभाग को शराब से संबंधित जाँच एवं रेड को सख्त एवं तेज करने के निदेष दिये गये। साथ ही बताया गया कि दूर्गापूजा के अवसर पर ब्रेथ एनालाईजर से जाँच एवं ट्रैफिक बैरिकेड की व्यवस्था सुनिष्चित करेंगे। सभी पदाधिकारियों को निदेषित किया गया कि सोषल मीडिया पर फैलने वाले अफवाहों पर भी दृष्टि बनायें रखेंगे एवं उसकी सत्यता की जाँच करते हुए खंडन करना भी सुनिष्चित करेंगे। जिससे कि किसी भी तरह के अप्रत्याषित माहौल को बनने से रोका जा सके। उनके द्वारा आगे बताया गया कि जहाँ तक हो सके पर्यावरण अनुकूल मर्ति का निर्माण एवं प्रतिस्थापन हो एवं विसर्जन भी पर्यावरण प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए किया जाय।
बैठक में माननीय सदस्य विधान परिषद श्री रामबली सिंह, माननीय नगर परिषद अध्यक्षा श्रीमती साधना कुमारी, पुलिस अधीक्षक, अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, विषेष कार्य पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, सभी दल के राजनीतिक प्रतिनिधि के साथ शांति समिति के सदस्य एवं अन्य उपस्थित थे।