अरवल शाखा बैंक ऑफ़ इंडिया में मुख्य महाप्रबंधक विमलेश कुमार को पदभार संभालने के बाद बैंक ऑफ़ इंडिया अरवल शाखा में ग्राहकों का भीड़ लगा शुरू हो गया है, बैंक ऑफ़ इंडिया में जो ग्राहक बैंक में जाना गवारा नहीं करते थे अब वह ग्राहक पुन: बैंक ऑफ़ इंडिया में जाना प्रारंभ कर दिये है।
बताते चले के अरवल बैंक आफ इंडिया में मुख्य शाखा प्रबंधक एवं अन्य कार्यरत स्टाफ ग्राहकों के साथ आए दिन उलझ जाते थे एवं ग्राहकों के साथ अभद्र व्यवहार करते थे जिस के कारण कई ग्राहक बैंक ऑफ़ इंडिया जाना छोड़ दिया था और बैंक ऑफ़ इंडिया में नया ग्राहक बना बंद हो गया था,अरवल शाखा में कार्यरत स्टाफ के रवैया को देखते हुए अरवल बैंक के ग्राहकों ने गुलबंद होकर आंदोलन की योजना बनाना शुरू कर किया था।
प्रथम चरण में अरवल के कई सामाजिक कार्यकर्ता एवं बैंक ग्राहक ने तत्कालीन मुख्य शाखा प्रबंधक पूजन कुमार एवं अन्य स्टाफ के खिलाफ उच्च अधिकारी के पास पत्र लिखकर शिकायत किया था एवं दैनिक समाचार में बैंक ऑफ़ इंडिया के खिलाफ समाचार प्रकाशित हुआ था।
उच्च अधिकारी ने अरवल शाखा बैंक आफ इंडिया का ग्राहकों एवं दैनिक समाचार में प्रकाशित समाचार को देखते हुए संज्ञान लेते हुए तत्कालीन मुख्य शाखा प्रबंधक पूजन कुमार को अरवल शाखा से तबादला कर दिया और उनके स्थान पर विमलेश कुमार को विशेष परिस्थिति में मुख्य महाप्रबंधक बनाकर ग्राहकों की समस्या के समाधान के लिए भेजा गया, अरवल शाखा में विमलेश कुमार पद संभालते ही अरवल शाखा में ग्राहकों के लिए एसी लगवाया एवं ग्राहकों के लिए पासबुक अपडेट करने के लिए कई मशीन को अरवल शाखा में लाकर लगाया।
मुख्य महाप्रबंधक अरवल शाखा में कार्यरत सभी स्टाफ को दो टूक कहा है कि ग्राहक का शिकायत मुझे पसंद नहीं ग्राहक के शिकायत आने पर स्टाफ को बक्सा नहीं जाएगा और करवाई किया जाएगा मुख्य शाखा प्रबंधन कुमार ने कहा के किसी ग्राहक को किसी तरह का समस्या एवं किसी तरह का शिकायत हो तो हमसे डायरेक्ट आकर मिल सकते हैं और कहा कि 9 सितंबर शनिवार को लगने वाले लोक अदालत में बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक ऋण समझौता का लाभ उठा सकते हैं और लोक अदालत में ऋण बकाया को सेटलमेंट करने की ग्राहकों से अपील किया है, उल्लेखनीय है कि कुछ वर्ष पूर्व अरवल मुख्य शाखा से दो किलोमीटर दूर इटावा बैदराबाद शाखा में विमलेश कुमार शाखा प्रबंधक के रूप में कार्य के दौरान काफी शोहरत हासिल किया था और ग्राहकों का दिल जीत लिया था,