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एक्सीलेंट इलेवन परीक्षा में सफल प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित

द डिवाइन पब्लिक स्कूल धावां बिक्रमगंज परिसर में एक्सीलेंट इलेवन परीक्षा के सफल प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटनकर्ता सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य ज्वाला सिंह, सह निदेशक अखिलेश कुमार के बचपन के शिक्षक अखिलेश्वर झा, बतौर विशिष्ट अतिथि आईआईटीएन अमितेश्वर आनंद व रिबेल कोचिंग आरा के संचालक आलोक कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

 

विदित हो कि एक्सीलेंट इलेवन द डिवाइन पब्लिक स्कूल की एक वैसी कल्याणकारी योजना है जिसका उद्देश्य वैसे छात्र-छात्राओं का चयन करना है जो अर्थाभाव के कारण अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते हैं। वर्ष 2016 में इस योजना की शुरुआत हुई, तब से लेकर अब तक इस परीक्षा के माध्यम से 30 से ज्यादा बच्चे निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। एक्सीलेंट इलेवन परीक्षा में पांचवी में पढ़नेवाले विद्यार्थी फॉर्म भरते हैं, साथ ही अभ्यर्थी द डीपीएस का छात्र नहीं होना चाहिए। परीक्षा के बाद कॉपियों की सूक्ष्मता पूर्वक जांच करने के बाद सर्वश्रेष्ठ ग्यारह विद्यार्थियों का चयन किया जाता है। चयनित छात्रों को सम्मानित करने के साथ कक्षा छठी में नामांकन लिया जाता है तथा कक्षा दशवीं तक उनको निःशुल्क शिक्षा दी जाती है। योजना की शुरुआत के साथ ही यह परीक्षा लोकप्रिय हो गई थी।आज के समय में अभिभावक वर्ष भर इस आयोजन की प्रतीक्षा करते हैं।रोहतास जिले के अलावा, भोजपुर, बक्सर, जहानाबाद, औरंगाबाद, कैमूर, भभुआ इत्यादि जिलों से भी विद्यार्थी अब परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं।

एक्सीलेंट इलेवन में चयनित बच्चों में घनश्याम कुमार पिता परमानंद यादव गांव मानी को प्रथम, संगम कुमार पिता-मुन्ना सिंह ग्राम धनौती को द्वितीय तथा पीयूष कुमार पिता अशोक कुमार मेहता ग्राम करथ को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। कार्तिक कुमार पिता चंदन कुमार तेंदुनी को चौथा, अमृत राज पांडेय पिता मुन्ना पांडेय आरा रोड बिक्रमगंज को पांचवा, संदीप कुमार पिता कृष्णा साह को छठा, नैंसी गुप्ता पिता अभय रंजन गुप्ता को सातवां, कुमार संजीव राज पिता सत्येंद्र प्रसाद गुप्ता ग्राम थुमियाँ को आठवां, अंश प्रताप पिता सत्येंद्र कुमार ग्राम तेंदुनी को नवां, अंश कुमार पिता स्व.राज कुमार चौधरी को दसवां तथा अमरेश कुमार पिता चतुर्गुण चौधरी ग्राम नोनहर को ग्यारहवां स्थान प्राप्त हुआ। इसके अलावा 12 से 50 रैंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

अपने संबोधन में उद्घाटनकर्ता ज्वाला सिंह ने कहा कि जिस प्रकार धड़कता दिल व्यक्ति के जिंदा रहने का सबूत है, उसी प्रकार अखिलेश कुमार जब तक इस प्रतियोगिता का आयोजन करते रहेंगे तब तक उनका व्यक्तित्व जिंदा समझा जाएगा। बच्चों के नवनिर्माण के दिशा में द डीपीएस का यह कार्य समाज के लिए आईना है। अखिलेश्वर झा ने संस्कारपूर्ण शिक्षा को अभी के समाज के लिए आवश्यक बताया। विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने अपने संबोधन में बताया कि इस प्रतियोगिता की शुरुआत के पीछे एकमात्र यहीं चिंतन और लालसा रही है कि कोई भी बच्चा आर्थिक तंगी की वजह से शिक्षा विहीन न होने पाए। हम रात-दिन शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।अभिभावकों का विद्यालय पर विश्वास हीं मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। यह विश्वास मैं टूटने नहीं दूंगा। इस अवसर पर अभिभावकों और बच्चों के बीच खासा उत्साह देखने को मिला।

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