भोजपुर जिले के तियर थाना क्षेत्र के तियर गांव में बारह वर्षीय बालिका अंशु कुमारी की निर्मम तरीके से घटित हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए नामजद आरोपी पारस गिरी से पुलिस पूछताछ कर रही है। वह तियर का ही निवासी है।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी पारस गिरी भागकर अपनी बेटी के ससुराल यूपी के बलिया जिला चला गया था। मंगलवार को विस्तृत खुलासे की उम्मीद जताई जा रही है।
इधर, एसडीपीओ जगदीशपुर राजीव चंद्र सिंह सोमवार को भी तियर थाना पहुंचे और घटना के जांच की प्रगति की समीक्षा की। घटना के कारण को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।
एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि डीआईयू टीम को भी लगाया गया है। एसपी के अनुसार, शुरूआती जांच में आयरन से दागकर हत्या किए जाने की बात सामने आ रही है। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही कारणों का खुलासा हो सकेगा।
इस केस में पारस गिरी के अलावा कमलेश गिरी की पत्नी दुर्गा देवी और बेटी को भी आरोपी बनाया गया है। इसमें बेटी ही मुख्य आरोपी बतायी जाती है क्योंकि, वही स्कूल से लौटने के दौरान उसे घर से बुलाकर ले गई थी। घर में तलाशी के दौरान उसके बैग से कुछ आपत्तिजनक सामान भी बरामद किए गए थे, जिससे उसकी संदिग्ध गतिविधियों का पता चला है। थाने का घेराव के बाद मृतका अंशु कुमारी के शव का रविवार को तियर गांव में ही दाह संस्कार कर दिया गया।मृतका के दादा ललन सिंह ने बताया कि इतना कुछ होने के बावजूद न तो मुआवजे के सवाल पर कोई ठोस निर्णय हुआ है न ही एएसआई हरिवंश सिंह उर्फ चट्टान सिंह पर ही कोई खास कार्रवाई हुई। जबकि, वे घटना की लीपापोती करने के कारण बराबर के वे जिम्मेवार है।
हंगामा करने वाले ग्रामीणों का आरोप था कि वारदात के बाद आरोपित मां-बेटी को पुलिस द्वारा थाने लाया गया था लेकिन बिना गहन पूछताछ के ही उन्हें फिर छोड़ दिया गया, जिसके बाद वे फरार हो गए। यह सवाल भी जो गहन जांच का विषय है। अभी तक सिर्फ हंगामे के बाद एएसआई को वहां से हटाकर आक्रोश को कम करने का प्रयास किया गया है।