बलिया। भोजपुरी फिल्म स्टार पवन सिंह को सोमवार को परिवार न्यायालय में पेश होना था। हालांकि उनके अधिवक्ता ने पत्रावली निरीक्षण के लिए कोर्ट में दरख्वास्त दिया।
करीब साढ़े चार वर्ष पहले छह मार्च 2018 को पवन ने शहर के मिड्ढ़ी निवासी रामबाबू सिंह की पुत्री ज्योति के साथ शादी की थी। शादी समारोह जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर चितबड़ागांव के एक होटल में आयोजित हुआ था। विवाह के कुछ दिनों बाद ही दोनों के रिस्तों की दरार आ गया। इसके बाद ज्योति ने 22 अप्रैल 2022 को परिवार न्यायालय में भरण-पोषण की अर्जी दाखिल कर दिया। ज्योति ने कोर्ट को बताया है कि ससुराल में उनका उत्पीड़न करने के साथ ही गर्भपात कराया गया। उन्होंने 17 अक्तूबर 2019 से अब तक दैनिक खर्च व दवा-इलाज के लिये एक भी पैसा नहीं देने का आरोप लगाया है। उन्होंने व्यक्तिगत एवं घर खर्च के लिये पांच लाख रुपये प्रति माह देने की मांग की है। कोर्ट की ओर कई बार नोटिस जारी होने के बाद पवन पांच नवम्बर 2022 को कोर्ट में पेश हुए थे। उनकी ओर से अधिवक्ता ने इस प्रकरण में काउंटर दाखिल करने के लिये समय मांगा था। इसके बाद इसकी अगली सुनवाई के लिये 20 दिसम्बर की तिथि निर्धारित की गयी, लेकिन नहीं पहुंचे। इसके बाद न्यायालय ने 20 फरवरी को पेश होने का निर्देश दिया था। ज्योति के अधिवक्ता पीयूष सिंह ने बताया कि प्रतिवादी पवन ने अधिवक्ता को बदला है लिहाजा उनके नये वकील ने पत्रावली निरीक्षण के लिए मौके का दरख्वास्त दिया है।