रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
नगर परिषद बिक्रमगंज वार्ड संख्या 7 धनगाई निवासी युवा अधिवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता सिंकू खान के असामयिक निधन पर शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार की देर शाम मृत्यु की सूचना मिलते ही सगे- संबंधियों एवं मित्रों सहित उनके चाहने वालों में मायूसी छा गई। इस सूचना पर सभी आश्चर्य में पड़ गए। बताते चलें कि उर्दू मध्य विद्यालय बिक्रमगंज में कार्यरत शिक्षक बंटी खान के छोटे भाई सिंकू खान की विगत 3 महीने से रुक रुक कर बुखार आने की शिकायत थी। जिन का इलाज स्थानीय शहर सहित सासाराम एवं पटना तक कराया गया। स्थिति में सुधार नहीं होने पर यूपी के लखनऊ शहर स्थित पीजीआई में 5 दिसंबर को भर्ती कराया गया था।
इस दौरान भी उनके तबीयत में कोई सुधार नहीं आया और शुक्रवार को उनकी तबीयत बिगड़ती गई। अंततः शुक्रवार की संध्या में उनकी मृत्यु हो गई। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुआ है। अधिवक्ता के पार्थिव शरीर शनिवार की सुबह उनके पैतृक गांव नगर परिषद के वार्ड संख्या 7 धनगाई लाया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
मौके पर पहुंचे वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य सह भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री डॉ प्रो मनीष रंजन सिंह,नगर परिषद बिक्रमगंज के सभापति गुप्तेश्वर प्रसाद गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम कुमार, अकबर हुसैन, जिला परिषद सदस्य प्रभास उर्फ मंटू कुमार सिंह, अधिवक्ता नागेंद्र सिंह, कादिर खान, रवि रंजन यादव, शिक्षक शमशाद खान, अशोक सिंह, अलीम कुरैशी, संतोष कुमार एवं भोला यादव सहित सैकड़ों लोगों ने उनके निधन पर दुख प्रकट किया।