पुलिस का सहयोग नहीं मिलने और अनुसंधानकर्ता महिला दारोगा द्वारा केस वापस लेने का दबाव बनाने से परेशान यौन शोषण पीड़िता एक नाबालिग ने रविवार को जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की। उसे सेवा सदन में भर्ती कराया गया है। पीड़िता के रांची निवासी जेवर कारोबारी पिता ने दो सितंबर को कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी में उसने बताया कि उसकी बेटी के स्कूल से दो सितंबर को ही दोपहर में फोन आया कि उसकी तबीयत खराब हो गई है। वहां जाकर देखा तो वह बार-बार बेहोश हो रही थी, इसके बाद उसे घर लाया गया।
घर लाने पर उसने पिता को बताया कि आठ माह पहले वह अपने नानी के घर प. बंगाल के मेदिनीपुर गई थी। वहां कुछ रिश्तेदार (चार आरोपियों का नाम बताया) ने अश्लील फिल्म दिखाकर उसके साथ गलत हरकत की। इसके बाद एक माह पूर्व उसमें से एक आरोपी रांची में उनके घर आया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। किशोरी ने विरोध किया तो वह भाग गया। इसके बाद पिता ने थाने में केस दर्ज कराया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रांची बाल कल्याण समिति की सदस्य अरुणा सिन्हा ने कहा, ‘पॉक्सो का मामला चल रहा था, इसे लेकर पीड़िता की मदद के लिए एक कर्मी तैनात किया गया था। पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास किया है। उसने पुलिस द्वारा सहयोग नहीं करने पर ऐसा कदम उठाने को कारण बताया।’