- विधि-विधान पूजन के साथ खुला मातारानी का पट
- नवरात्र के सप्तमी तिथि पर मां कालरात्रि का हुआ पूजन
बलिया। शारदीय नवरात्र सातवें दिन रविवार को भगवती के कालरात्रि स्वरूप का पूजन-अर्चन देवी भक्तों ने विधि-विधान से किया। सप्तमी तिथि पर परम्परानुसार पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा प्रतिमा का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से पूजन-अर्चन के साथ आमजन के दर्शन के लिए पट खुल गया। इस मां शेरावाली के जयकारों व गाजे-बाजे के साथ आरती में सैकड़ों की संख्या में देवी भक्त शामिल हुए।
सुबह से मंदिरों व घरों में दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ ही दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की कतार व जयकारों से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो उठा। भक्तों ने मां कालरात्रि का विधि-विधान से पूजन किया। शहर जापलिनगंज दुर्गा मंदिर के शहर से सटे ब्रह्माईन देवी स्थित ब्रह्माणी देवी मंदिर, कपुरी स्थित कपिलेश्वरी भवानी मंदिर, मंगला भवानी मंदिर पर भारी संख्या में भक्तों ने दर्शन-पूजन कर अपने व परिवार के कुशलता की कामना किया। हिसं बिल्थरारोड के अनुसार नवरात्र के सप्तमी तिथि पर रविवार को देवी मंदिरों में पूजन-अर्चन के लिए श्रद्धालु नर-नारियों की भीड़ सुबह से जुटनी शुरू हो गयी। सुबह से ही क्षेत्र के सोनाडीह स्थित भागेश्वरी- परमेश्वरी मंदिर, चंदाडीह स्थित मातूजी महारानी मंदिर पर भक्तों की लम्बी कतार लग गयी। दर्शन-पूजन करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने नारियल, चुनरी, पुष्प, प्रसाद आदि चढ़ाकर परिवार के कुशलता की कामना किया।
जिले के 623 पंडालों में दर्शन-पूजन को उमड़ी भीड़
शारदीय नवरात्र के सप्तमी तिथि पर रविवार को यूं तो सुबह से ही पट खोलने का मुहुर्त था। लेकिन अधिकांश पंडालों में दोपहर बाद ही मातारानी का पट वैदिक विधि से पूजन-अर्चन कर खुला। पूजा पंडालों में मातारानी के दर्शन-पूजन के लिए महिला पुरुष के साथ ही बच्चों उत्साह से पहुंचे। मां दुर्गा का दीदार होते ही जयकारा लगाने लगे। ध्वनि विस्तारक यंत्रों से मां की आरती, चालीसा के साथ ही गाजे-बाजे से पूरा वातावरण मां के भक्ति में लीन हो उठा। हालांकि दशहरा मेले के पहले दिन होने से बच्चों की भीड़ कुछ कम नजर आयी। सोमवार से श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने की उम्मीद दुकानदारों में है। जिले के 623 स्थानों पर पंडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा रखी गयी है। वहीं जनपद के 13 दुर्गा मंदिर हैं। इन सभी जगह रविवार को सप्तमी तिथि पर पूजन-अर्चन के बीच श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। प्रशासनिक आंकड़ों की मानें तो शहर कोतवाली क्षेत्र में 30 स्थानों पर पंडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा रखी गयी है। वहीं दुबहर थाना क्षेत्र के 12, गड़वार के60, सुखपुरा के 28, फेफना के 28 नरहीं के 15, चितबड़ागांव के 25, बैरिया के 43, हल्दी के 28, दोकटी के 17, रेवती के 35, बांसडीह के 37, बांसडीहरोड के 18, सहतवार के 24, मनियर के 13, सिकंदरपुर के 27, खेजुरी के 14, पकड़ी के 16, रसड़ा के 58, नगरा के 25, भीमपुरा के 32 व उभांव थाना क्षेत्र के 52 स्थानों पर स्थापित दुर्गा प्रतिमा का पट आमजन के दर्शन के लिए खुल गया।