बोधगया के होटल सुजाता में अचानक तबियत बिगड़ने से सेफ की मौत हो गयी। मृतक की पहचान वजीरगंज थाना क्षेत्र के ढिबर निवासी लगभग 48 वर्षीय सरयू दास के रूप में हुई है। यह पिछले करीब 12 वर्षों से होटल में सेफ काम कर रहा था और नर्सिंग स्थान मुहल्ले में अपना घर बनाकर रह रहा था। वहीं मामले की सूचना के बाद मृतक के कई परिजन होटल पहुंचे और वहां शव रखा देखकर हंगामा करने लगे। साथ ही आश्रितों के परवरिश के लिए मुआवजे की मांग की।
परिजनों ने कहा कि अगर होटल प्रबंधन समय रहते तत्परता दिखाता तो शायद ऐसी घटना नहीं होती। सूचना के बाद बोधगया थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया।
होटल के मैनेजर अश्वनी कुमार ने बताया कि सेफ सरयू दास टेबल पर बैठकर खाना खा रहा था। तभी उसकी तबियत बिगड़ी और वह जमीन पर गिर गया। जिसमें उसके सिर में गंभीर चोटें आयी। इसी बीच वहां मौजूद होटल के अन्य स्टाफ ने हमलोगों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद आनन-फानन में सेफ को इलाज के लिए हमलोग निजी डॉक्टर के यहां ले गए। लेकिन ज्यादा स्थिति बिगड़ता देख डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल रेफर कर दिया। जहां जांच के बाद मेडिकल के डॉक्टर ने सेफ को मृत घोषित कर दिया।
हालांकि इसी क्रम में उसके परिवार को भी सूचित कराया गया। होटल के मालिक श्याम अग्रवाल ने कहा कि मृतक के परिवार के प्रति हमारी भी पूरी संवेदना है। बोधगया थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि शव फिलहाल होटल में ही पड़ा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। साथ ही परिजन के लिखित आवेदन पर आगे की कारवाई होगी।