श्रावण मास के अंतिम सोमवार पर शिवालयों में श्रद्धालुओं भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने अलग-अलग शिवालयों में जलाभिषेक किया। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही। इस दौरान शिवालयों में भगवान शंकर के जयकारे गुंजायमान रहे। अंतिम सोमवार को विभिन शिवालयो को विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया गया।
सावन के आखिरी सोमवार को सुबह से ही बिहार के सभी शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान शंकर का महा रूद्राभिषेक किया गया। बिहार के भोजपुर जिले के पीरो प्रखंड में अवस्थित बहरी महादेव धाम में सुबह से ही जल चढ़ना प्रारंभ हो गया था। मंदिर में जल चढ़ाने के लिए लोगों को कतार में लगना पड़ा।
ससुराल से विदा हुये भोले
अंतिम सोमवार के साथ ही भगवान शिव की ससुराल दक्षनगरी में भोले नाथ का वास समाप्त हो गया। भगवान शंकर आज कैलाश लौट जायेंगे। इसी कारण भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए हरिद्वार के सभी शिवालयों में विशेष पूजा-अर्चना, अनुष्ठान, महारूद्राभिषेक, शिवपुराण आदि का आयोजन किया गया। सावन माह शुरू होते ही भगवान शंकर अपनी ससुराल में विराजमान रहकर भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं।