Bakwas News

जिला पदाधिकारी के द्वारा चैती छठ, चैती नवरात्र एवं रामनवमी को लेकर बैठक का किया गया आयोजन

अरवल। जिला पदाधिकारी अरवल वर्षा सिंह की अध्यक्षता में चैती छठ, चैती नवरात्र, ईद एवं रामनवमी पर्व को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को जरूरी निदेश दिये गये। इस दौरान उनके द्वारा बताया गया कि 09 अप्रैल से चैती नवरात्र की शुरूआत हो रही है। इसके लिए सभी पूजा पंडालों का आकलन कर विधि व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करेंगे।

 

कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद शहर में व प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में चैती छठ एवं दूर्गापूजा को लेकर घाटों की साफ-सफाई व लाईटिंग की व्यवस्था का कार्य संपन्न कराना सुनिश्चित करेंगे। विसर्जन के दौरान डीजे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इन त्योहारों के मध्य भारत के दो महापुरूषों बाबा भीमराव अम्बेडकर एंव ज्योतिबा फुले की जयंती भी मनाई जायेगी जिसके लिए जुलूस निकालने की पूर्वानुमति लेना अनिवार्य होगा। बिना पूर्वानुमति के जुलूस निकालना वर्जित होगा।

 

 

दूर्गापूजा, ईद, रामनवमी एवं चैती छठ के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर विशेष निगरानी रखी जाए एवं किसी तरह की अश्लीलता का प्रदर्शन ना होने पाये। रात्रि दस बजे के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन नहीं किया जाएगा। रामनवमी जुलूस की अनुमति अनुमंडल पदाधिकारी से लेना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर फैलने वाले अफवाहों पर भी विशेष ध्यान रखा जाए।

 

साथ ही जुलूस के लिए रूटचार्ट निर्धारित किया जाए एवं उसे पालन भी कराया जाए। इस दौरान आयोजित होने वाले राजनैतिक कार्यक्रमों पर भी ध्यान रखा जाए ताकि किसी भी तरह का आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की स्थिति उत्पन्न न हो। इस क्रम में चिकित्सा एवं अग्निशमन विभाग को भी मौके पर तत्पर रहने हेतु निदेशित किया गया। इस दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा ईद पर्व को सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने हेतु भी जरूरी निदेश दिया गया।

 

जिला पदाधिकारी द्वारा सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष को अपने-अपने क्षेत्र के सभी पंचायतों में निरीक्षण करने एवं विधि व्यवस्था व सौहार्दपूर्ण स्थिति को सुनिश्चित करने हेतु निदेशित किया गया। उनके द्वारा यह भी निदेशित किया गया कि पुलिस प्रशासन अलर्ट रहे, छोटे-छोटे बातों को लेकर साम्प्रदायिक विवाद होने की संभावना हो तो ऐसे स्थानों पर शीघ्र ही शांति समिति की बैठक करें। बैठक के दौरान जिला आपूर्ति पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी के साथ अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।

Rajnish Ranjan
Author: Rajnish Ranjan

Leave a Comment