आमस (गया) धर्मेन्द्र कुमार सिंह
गया जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की थाली में हर दिन अंडा परोसे जाने से बच्चों की उपस्थिति बढ़ गई है। महादलित टोलों में संचालित व उर्दू स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति दस से बीस प्रतिशत बढ़ी है। शिक्षकों के अनुसार बच्चों को दोपहर के खाना का बेसब्री से इंतजार होता है। आमस के वाजितपुर मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक रामदहिन पासवान व कोरमथू एससी प्राइमरी स्कूल के एचएम वशिरूद्दीन ने बताया कि जो बच्चे पहले बुलाने पर नहीं आते थे, अब सहपाठियों के साथ खूद हर दिन स्कूल आ रहे हैं। शिक्षक टुन्ना यादव ने बताया कि दोपहर में बच्चों को खाना खिलाने में रसोइया के साथ सभी शिक्षकों को लगना पड़ रहा है। बच्चों की उपस्थिति बढ़ने से अधिकांश स्कूलों में थालियां कम पड़ जा रही है।
इधर कुछ प्रधानाध्यापकों ने बताया कि विभाग की ओर से प्रति अंडे के लिए सिर्फ छह रुपये ही मिलते हैं। जबकि अंडे की खरीदारी सात रुपये प्रति पड़ रहा है। हालांकि इन्होंने भी अंडा परोसे जाने से बच्चों की उपस्थिति बढ़ने की बात बतायी। इधर हाल के दिनों में सरकारी स्कूलों में शिक्षा की बदली व्यवस्था और जायके साथ दोपहर में बच्चों को खाना परोसे जाने से अभिभावकों में भी खुशी है। सांव के पूर्व मुखिया प्रकाश मांझी, अजित मिश्रा, दुलारचंद यादव आदि ने बताया कि अब स्कूलों की व्यवस्था देखकर मन गदगद है। पुराने दिन बदलने लगे हैं और प्राइवेट की तरह सरकारी स्कूलों में भी बच्चों की पढ़ाई होने लगी है।