अरवल । जिले में पछुआ हवा, कोहरे और भीषण ठंड पिछले 10 दिनों से जारी है। शीतलहर के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है। हालत यह है कि लोग अपने घरों से निकलना नहीं चाहते हैं। ठंड अब दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों की जिंदगी पर कहर बरपाने लगी है। दैनिक मजदूर काम की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं।
लेकिन अत्यधिक ठंड होने के कारण लोग अपने घरों में काम नहीं करा रहे हैं। जिससे मजदूरों को काम नही मिल रहा है इसके चलते मजदूरों के घरों के चूल्हे की लौ मद्धिम पड़ने लगी है। मजदूर रोजाना काम की उम्मीद में चौक चौराहों पर ठंड में ठिठुर कर काम का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन काम नहीं मिल रहा है। यही हाल रिक्शा ठेला चालकों का है। सड़क के किनारे सब्जी की दुकान लगाने वाले हो या खोमचा वाले। सब की जिंदगी पर यह ठंड भारी पड़ रही है।