अरवल। चयनमुक्त आंगनवाड़ी सेविका ,सहायिका का मुख्यमंत्री एवं महागठबंधन के समर्थन में धन्यवाद सभा की गई।सभा की अध्यक्षता ऐपवा नेत्री सह आंगनवाड़ी संघर्ष समिति के सचिव कॉम लीला वर्मा ने की।उन्होंने कहा की सरकार ने चयनमुक्त आंगनवाड़ी बहनों को लेकर हमारी संगठन एक्टू एवं पार्टी के विधायक के मुख्यमंत्री से वार्ता के परिणाम स्वरूप मुख्य मंत्री ने चयन मुक्त सेविका सहायिका को वापस बहाल किया एवं संतोष जनक मानदेय देने की सहमति दी।
सभा को संबोधित करते हुए अरवल के विधायक कॉम महानद के कहा कि आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका के 72 दिन आंदोलन में रहे। लेकिन भाजपा आंदोलन में घुसकर आंदोलन को विखंडित कर दिया जिसके चलते आंदोलन कमजोर हो गया जिसके चलते सरकार के द्वारा करीब18 हजार सेविका,सहायिका को चयनमुक्त कर दिया गया था। सरकार और वामपंथी नेताओं के बैठक के बाद सरकार चयन मुक्ति वापस लिया है।
इतने महंगाई में सेविका सहायिका काम करती है जिससे उन्हें पूरे परिवार का पालन पोषण भी नहीं होता है। राज्य सरकार को कम से कम पंद्रह हजार रुपया देना चाहिए। गैस की कीमत एक हजार गाड़ी भाड़ा दवा एवं जरूरत की समान भी महंगे हो गए लेकिन इस पर सरकार की कोई निगाहें नहीं है छह हजार में आंगनवाड़ी किस तरह से घर चला रही है यह चिंता की विषय है। बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार बनी तभी से सरकारी नौकरियों की खजाना खोल दिए यह देश में पहला राज्य है जो एक लाख बीस हजार नियुक्ति पत्र दिए यह महागठबंधन की सरकार की उपलब्धियां है।
मोदी सरकार हर साल 2 करोड़ नौकरी देने की वादा किए थे लेकिन जुमला बनकर रह गया और वह सरकार राम मंदिर और नफरत के बल पर सरकार चला रहे हैं। किसान को फसल का उचित मूल नहीं मिल रहा है मोदी सरकार बोले थे की 2022 तक किसानों की आय दुगुनी कर देंगे लेकिन नहीं कर पाए। मजदूरों का 44 कानून को चार कोड में बदलकर मजदूर को भी परेशान कर रहा है। राम के नाम पर अयोध्या का पर्यटक स्थल के रूप में घोषित किया गया सभा में आंगनवाड़ी बहने एवंभाकपा माले जिला सचिव जितेंद्र यादव, नंदकिशोर कुमार , सुएब आलम, उपस्थित हुए।