अरवल : बिहार सरकार उर्दू तरक्की के लिए प्रचार प्रसार कर के विभिन्न तरह का हर जिला में प्रोग्राम आयोजित कर के उर्दू कि जानकारी देने का प्रयास कर रही है , लेकिन जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी तरक्की एवं अल्पसंख्यक के विकास कार्यों को विफल करने का प्रयास कर रहे हैं।
अरवल जिला बिहार का प्रथम जिला होगा जहा उर्दू प्रचार प्रसार एवं अल्पसंख्यक के विकास में जीरो है वर्ष 2022 में उर्दू वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजन किया गया था जिसमें छात्र छात्राओं एवं उर्दू दानों की संख्या नही के बराबर थी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के खिलाफ अरवल के कई सामाजिक कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री के पास शिकायत कर चुके हैं।
उसके बाद भी अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है और उर्दू की तरक्की और अल्पसंख्यकों के विकास में बाधा बन रही है,बताते चले कि वर्ष 2023 के ग्रेजुएट छात्र छात्राओं को वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कागजात लेने के बाद अचानक वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग लेने से वंचित कर दिया ।
जिला पदाधिकारी श्रीमती वर्षा सिंह के अरवल जिला में कमल संभालने के बाद कई विभागों में शिकंजा कसा और कई पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा तो किसी का वेतन रोका लेकिन अल्पसंख्यक विभाग पर शिकंजा नहीं कासना जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी का मनोबल बढ़ गया है, 13 को अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के अरवल आगमन पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शिकायत दर्ज करेंगे।