अरवल। किंजर थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर पंचायत के अंतर्गत खैराडीह ग्राम के दक्षिण पुनपुन नदी के मुहाने से निकलने वाला वर्षो पुराना पईन पर पक्का बांध बना देने से पानी का रास्ता रुका इलाके के आक्रोशित किसानों ने इकट्ठा होकर शुक्रवार को दोपहर किंजर कुर्था एसएच 69 पथ को सोहरईया मोड़ के पास सड़क जाम कर दिया।
सड़क जाम की सूचना पाकर कुर्था थाना किंजर थाना की पुलिस जाम स्थल पर पहुंचकर आक्रोशित किसानों से बातचीत की किसानों ने बताया कि वर्षो पुराना पईन से रतनी प्रखंड के दर्जनों गांव में पुनपुन का पानी नदी में बाढ़ आ जाने पर जाता था।
इससे किसानों को काफी फायदा होता था सिचाई के साथ-साथ इलाके का भूजलस्तर में भी सुधार हो जाता था लेकिन दो वर्षों बाद पुनपुन नदी में गत तीन-चार दिनों से काफी पानी बढ़ा है लेकिन पईन के मुहाने पर पक्का बांध बना देने से पानी का रास्ता पूरी तरह ब्लॉक हो गया है इस मुद्दे पर किसान जहानाबाद के विधायक के अलावा रतनी प्रखंड के वीडियो सीओ से बात कही गई है कुर्था के बीडीओ सीओ को भी समस्या से अवगत कराया गया है लेकिन कोई समस्या का समाधान नहीं हो पाया अंततः किसानों ने सड़क जामकर अपना आक्रोश जाहिर किया ।
जाम स्थल पर अरवल से एसडीएम रौशन कुमार डीपीआरओ मृत्युंजय कुमार पुलिस निरीक्षक कुर्था अजय कुमार अंचल अधिकारी अलका कुमारी कार्यपालक अभियंता सिंचाई विभाग जाम स्थल पर पहुंचे सबसे पहले अधिकारियों ने किसानों से बातचीत कर सड़क जाम हटाया एवं सभी अधिकारी बांध निर्माण स्थल पर जाकर मुआयना किया अधिकारियों ने कहा कि पईन में जो पक्का सीमेंटेड बांध बनाया गया है उसे अभिलंब हटाया जाएगा साथ ही दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी सड़क जाम लगभग ढाई घंटे तक रहा इस दौरान जिउतिया पर्व को लेकर आने जाने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा लेकिन जाम में किसान पिंडदानी यात्रियों परीक्षार्थियों एवं रोगियों एवं अति आवश्यक काम करने वाले कर्मियों को पूछ पूछ कर उन्हें जाम स्थल से निकालते रहे ताकि किसी को कोई तकलीफ नहीं हो।
इस मौके पर इब्राहिमपुर पंचायत के खैरा तथा रतनी प्रखंड क्षेत्र के बिशनपुरा पंडित विगहा साहरईया जेठियारा मालीचक महतपुरा आदि गांव के सैकड़ो किसान मौजूद थे किसानों का कहना था कि इस समस्या का प्रशासन की ओर से जल्द से जल्द निपटारा किया जाए नहीं तो फिर पुनपुन नदी में बाढ़ का पानी कम जाएगा तो फिर यह नवनिर्मित पईन का पक्का बांध हटा देने से भी कोई खास फायदा किसानों को नहीं होगा।