अरवल। जिला पदाधिकारी श्रीमती वर्षा सिंह की अध्यक्षता में उप विकास आयुक्त, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, जिला समन्वयक ,लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के साथ ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज विभाग एवंम लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण की योजनाओं की समीक्षा की गयीं तथा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जल संकट से बचाव हेतु की जा रही तैयारियों का जायजा लिया गया।
बैठक में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि अरवल जिला मे 05 चापाकल मरम्मत दल तैनात की गयीं है। जिसके द्वारा 01 मार्च 2023 सें अब तक महादलित टोलों मे 34, स्कूल मे 37, एवम अन्य 42 जगह कुल 113 चापाकल मरमति का कार्य किया गया है। चापाकल सर्वे का कार्य लगभग हो चुका है। 1-2 दिन मे अंतिम रूप सें कंपाइल कर लिया जाएगा।
जिला पदाधिकारी द्वारा निदेशित किया कि खनन के क्षेत्र मे जहा जल स्तर नीचे चला गया है। वंहा शीघ्र सर्वे करें। ताकि पुराने चापाकल कि मरमति तथा नये चापाकल लगाए जा सके। जिला पदाधिकारी द्वारा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण / खनन विभाग / जिला परिषद / पंचायती राज सभी सें सर्वे कर रिपोर्ट देने हेतु निदेशित किया ताकि जल संकट कि समस्या को कम किया जा सके।साथ ही जिला पदाधिकारी द्वारा 10 दिन के अंदर सभी आंगनबाड़ी केंद्र एवंम स्कूल के चापाकल 100% मरमति कराकर, जियो tagged फोटो के साथ सभी JE को रिपोर्ट सब्मिट करने हेतु निदेशित किया।
जिला समन्वयक , लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वारा बताया गया की वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट (WPU)के निर्माण हेतु 14 स्थानों पर स्थल चिन्हित है। परंतु जमीनी विवाद की वजह सें कार्य प्रारंभ नहीं किया जा सका है।उक्त के आलोक मे जिला पदाधिकारी द्वारा उप विकास आयुक्त को अपने स्तर सें संबंधित अंचलाधिकारी के साथ बैठक कर , क्षेत्र भ्रमण कर ,अंचलाधिकारी सें अनपति पत्र प्राप्त करने हेतु निदेशित किया साथ ही सभी अंचलाधिकारी को इस कार्य मे विशेष अभिरुचि लेकर अग्रेतर कार्यवाही करने हेतु निदेशित किया। ।साथ ही जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा को सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी के साथ बैठक आयोजित कर ,उक्त स्थल का निरीक्षण कर अगले 1सप्ताह मे कार्य प्रारंभ करने हेतु निदेशित किया।
जल जीवन हरियाली के संबंध मे उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया की जल-जीवन हरियाली सरकार की अति महत्वपूर्ण और जन उपयोगी योजना है, जिसमें सभी जीवों का जीवन जुड़ा हुआ है। इसके तहत् आहर, पोखर, पईन, नहर आदि का जीर्णोद्धार एवं नव निर्माण किया जा रहा है।इस संबंध मे जिला पदाधिकारी द्वारा जिले में सभी अतिक्रमित जल संरचनाओं को जल्द सें जल्द अतिक्रमण मुक्त करने और उसके जीर्णोद्धार करने हेतु निदेशित किया गया। साथ ही जीविका के माध्यम से इसके प्रचार प्रसार का निर्देश दिए और सभी कार्य को समय से करने का निर्देश दिये।
बैठक मे उप विकास आयुक्त , जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला नजरत उप समाहर्ता अभिजीत कुमार गोविंदा, निदेशक डी आर डी ए प्रियंका कुमारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग दिलीप कुमार , जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजेंद्र पाठक एवंम अन्य उपस्थित थे।