बलिया। प्रकाश पर्व दीपावली को देखते हुए नगर समेत कस्बा व चट्टी पर स्थित स्थायी एवं अस्थायी फूल माला की दुकानें सज गयी है। कोरोना काल के बाद पहली बार दीपावली पर फूल माला बाजार चहकने की उम्मीद कारोबारियों को है। ग्राहकों की मांग को देखते हुए दुकानदार कोलकता, बनारस, कानपुर सहित अन्य शहरों से कमल, गेंदा, लीला, गुलहजारा, गुलाब पंखड़ी, चांदनी के फूल मंगाए हैं।
फूल कारोबार से जुड़े धर्मात्मा माली की मानें तो दीपावली के दिन प्रथम पूज्य श्रीगणेश एवं माता लक्ष्मी का पूजन अर्चन घर-घर में होता है। इसमें फूलों की लगभग सभी लोगों को होती है। इसके अलावा लोग अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों में फूल-माला से सजावट कराते हैं। दीपावली को लेकर फूल-माला को लेकर हम कारोबारियों में काफी उत्साह है। विभिन्न प्रकार के फूल को मंगाने के लिए ऑर्डर दिया जा चुका है। बब्लू माली की मानें तो जिले में मांग के सापेक्ष फूल की आपूर्ति नहीं होती है। ऐसे में हमलोग कलकता, कानपुर व वाराणसी से फूल मंगाते हैं। दीपावली पर फूलों की बिक्री के साथ दामों में भी वृद्धि होती है। मीरा बताती हैं कि जो गेंदा फूल का माला आम दिनों में 30 रुपये का मिलता है वह दीपावली के दिन 40 या इससे अधिक पर भी बिकता है।
मोहन ने बताया कि प्रतिष्ठानों में सजावट के लिए नीला फूल जो 300 रुपये किलो है मंगाया जाता है। गुलहजरा तो लोकल में मिल जाता है जो 150 रुपये किलो बिक रहा है। गुलाब की पंखुड़ी 400 रुपये तथा चांदनी 200 रुपये किलो है। बताया कि फूलों के भाव में उतार चढ़ाव, बंगाल व वाराणसी के फूल मंडी पर निर्भर है। दीपावली पर कमल के फूल की डिमांड बढ़ जाती है। इसके चलते इसका आर्डर पहले देना पड़ता है। इस कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो फूल का व्यवसाय कच्चा कारोबार होता है। अगर डिमांड बढ़ा तो दोबरी नहीं तो खराब होने पर घर की पूंजी डूब जाती है।