ईरान में हिजाब के विरोध में उठे आंदोलन के कारण हिजाब एक बार फिर चर्चा में है। ईरान से शुरू हुआ आंदोलन अब दुनिया के कई देशों में फ़ैल चुका है। भारत में भी सुप्रीम कोर्ट में इस पर एक लंबी बहस हुई है कि क्या स्कूलों में हिजाब पहनने की अनुमति दी जानी चाहिए या नहीं। ऐसे में समाज में भी हिजाब को लेकर तरह तरह के सवाल हो रहे हैं और विभिन्न शिया मुल्क ईरान में हिजाब की शुरुआत 7 मार्च 1979 को कट्टरपंथी नेता अयातुल्ला खोमैनी ने की थी।
उससे पहले ईरान में ऐसा कोई कानूनी प्रचलन नहीं था और वहां महिलाओं की मर्जी पर निर्भर करता था कि उन्हें हिजाब पहनना है अथवा नहीं। मगर खोमैनी ने हिजाब को अनिवार्य बना दिया जिसके खिलाफ ईरान में लंबे समय से छुटपुट आंदोलन होते रहे हैं।