बलिया। गंगा नदी में आयी बाढ़ से सदर व बैरिया तहसील में नुकसान हुई फसलों का सर्वे आपदा प्रबंधन विभाग लेखपालों से करा रहा है। अब तक शासन को 3800 किसानों की रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी है। इसमें लेखपालों द्वारा खरीफ के विभिन्न फसलों का 33 प्रतिशत नुकसान दर्शाया गया है। लेकिन सच्चाई कुछ और है।
बताया जाता है कि गंगा नदी में आई बाढ़ से सदर व बैरिया तहसील के लगभग दो दर्जन से अधिक गांव के किसानों की मक्का, जोन्हरी व सब्जी की खेती बर्बाद हो गयी है। इन किसानों को आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से भरपाई के रूप में प्रति हेक्टेयर अधिकतम साढ़े 13 हजार व न्यूनतम एक हजार देने के लिए सर्वे करा रहा है। अब तक के सर्वे में कुल 3800 किसानों का 33 प्रतिशत नुकसान होने का रिपोर्ट लेखपालों ने भेजा है। जबकि धरातल पर सच्चाई यह है कि कुछ पंचायतों के किसानों की शतप्रतिशत फसल बाढ़ की भेंट चढ़ गयी है। बैरिया तहसील के किसान विजय कुमार मिश्र, परशुराम मिश्र, राजेन्द्र यादव, रमाशंकर यादव गरयां व बेलहरी मौजा में मक्का व जोन्हरी के साथ सब्जी की खेती किए हैं। पिछले दिनों आई बाढ़ में एनएच से दक्षिण तरफ के खेतों में लगी फसल शतप्रतिशत बाढ़ की भेंट चढ़ गयी है। वर्तमान में बाढ़ से फसलों के नुकसान का सर्वे चल रहा है। लेकिन लेखपाल मनमाने ढंग से अपनी रिपोर्ट दे रहे हैं।