वाराणसी। अपने तीन दिवसीय यात्रा पर वाराणसी आए आध्यात्मिक गुरु पदम्भूषण जग्गी वासुदेव महाराज अपने आत्मज्ञान दिवस पर अपने अनुयायीयों के साथ दिन बिताए। काशी क्रमां ईशा सेक्रेड वाक द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है जो तीर्थ यात्रियों को एक आत्मज्ञानी गुरु की उपस्थिति मे पवित्र शहर काशी की यात्रा पर जाने का अवसर प्रदान करता है। सद्गुरु ने काशी विश्वनाथ मन्दिर का दौरा किया जहाँ उन्होंने मन्दिर की टीम को काशी विश्वनाथ कारिडोर की दीवारों के सौदर्यकरण मे अपना योगदान देने की पेशकश की। जब सद्गुरु 2012 मे काशी आए थे तो उन्होंने शहर को गंदगी के रूप मे देखा था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस से प्रधानमंत्री बनने के बाद शहर मे आए बदलाओ की सराहना करते हुए उन्होंने कहाँ की 8वर्षो मे काशी मे जो कुछ भी हुआ वो चमत्कारी है।
अपने प्रवचन के दौरान सद्गुरु ने मनुष्य के जीवन मे स्त्रीत्व पुरुषत्तव दोनों पहलूओ के बीच संतुलन लाने पर ध्यान दिया और वहाँ एकत्रित लोगो के कई ज्वालंत सवालों के जवाब भी दिए।
वैश्विक मिट्टी बचाओ आंदोलन की सफलता को जारी रखते हुए सद्गुरु कल असम राज्य का दौरा करेंगे जहाँ मिट्टी की जैविक समाग्री को 3-6प्रतिशत तक लाने के लिए असम सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन(एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जायेगे।उन्होंने बताया की सेव सायल के साथ जुड़ने वाला असम भारत का 10वां राज्य बन जायेगा।