इस मौके पर मंच से कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए सांसद अंसारी ने कहा कि देश के प्रति गाजीपुर के लोगों में जज्बा है। साथ ही इस जनपद की भौगोलिक स्थिति भी ऐसी है कि यहां के लोगों की कद काठी सेना में भर्ती के लिए मुफीद है। सांसद अंसारी ने आगे कहा कि गाजीपुर एक ऐसा जनपद रहा है, जहां के वीरों की कुर्बानियों की एक लंबी फेहरिस्त है। जैसे पहले हर साल- 2 साल के अंतराल पर सेना भर्ती के लिए गाजीपुर में विशेष कैंप का आयोजन होता था, उसे फिर से शुरू किया जाए। पिछले कुछ वक्त से विशेष भर्ती अभियान बंद है, जिसके कारण जनपद के युवाओं में मायूसी है। सांसद अंसारी ने मंच से सैन्य अधिकारियों से अपील की, कि जब भी सेना भर्ती का अभियान शुरू किया जाए, भले ही वह अग्निवीर योजना के तहत ही हो, तो गाजीपुर में भी भर्ती अभियान के तहत भर्ती कैंप लगाया जाए। गाजीपुर के सैनिकों की शौर्यता का बखान करते हुए सांसद अंसारी ने कहा कि भारत-चीन सीमा पर जो चीन की तरफ से छेड़छाड़ हो रही है, उससे निपटने के लिए भारतीय सेना की कोई भी टुकड़ी सक्षम है। कहा कि जिस यूनिट में गाजीपुर के सैनिकों की तैनाती हो, उस यूनिट को भी भारत-चीन बॉर्डर पर तैनात कर देना चाहिए, वह चीन के सैनकों को माकूल जवाब दें देंगे।
जनरल ऑफिसर इन कमांड इलाहाबाद के मेजर जनरल जेएस बैसला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश के देश के वीरों ने देश के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी दी है। इन्होंने अपने कर्म को ही अपना धर्म माना। हमें उन वीर शहीदों से प्रेरणा लेनी चाहिए। इंसान जिस भी क्षेत्र में हो, उसे कर्मठता से देश हित में काम करना चाहिए। अब्दुल हमीद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए मेजर जनरल बैसला ने कहा कि 1965 के युद्ध मे भारत-पाकिस्तान लड़ाई में खेमकरन सेक्टर में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। अब्दुल हमीद के शहादत दिवस पर सेना की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी गई है, जिस तरह से समाज के हर तबके के लोग उनके शहादत दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए है, यह गर्व का विषय है।