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एक शख्स ने अपने बेटे का शव कब्र से निकाल पोस्टमार्टम कराने का प्रशासन से लगाया गुहार

अलीगढ़। बन्नादेवी थाना क्षेत्र के सराय रहमान के एक युवक की तीन सितंबर को विषाक्त खाने से हुई मौत के प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। मृतक के परिवार वालों ने पहले तो उसे बिना पोस्टमार्टम कराए ही दफन कर दिया था। अब मां ने बेटे का शव कब्र से निकाल पोस्टमार्टम कराकर मौत का सही कारण जानने की पुलिस से गुहार लगाई है। थाना पुलिस ने कब्र से शव निकालने की कार्रवाई के लिए डीएम से अनुमति मांगी है। मृतक बाबू पुत्र नत्थू निवासी सराय रहमान, बन्नादेवी की मां इमराना ने बताया कि बाबू रेलवे स्टेशन के गेट के बाद फल की ढकेल लगाता था। आरोप है कि नौ अगस्त को एक महिला ढकेल पर फल लेने पहुंची। कुछ फल धौंस देकर ज्यादा मांगने लगी। बेटे द्वारा मना करने पर महिला ने मारपीट और अभद्रता शुरू कर दी। इतना ही नहीं, ढकेल को पलट दिया। बाबू ने इसकी वीडियो बनाने और पुलिस को सूचना देने की कोशिश की तो फोन जमीन पर पटक दिया। आरोप है कि महिला को जैसे-तैसे रोका गया और राहगीरों ने पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस ने महिला व बाबू के बीच समझौता कराया कि महिला उसके मोबाइल का पैसा अदा करेगी। मगर, महिला मुकर गई। बाबू कई दिनों तक पुलिस के चक्कर काटता रहा। इसके बाद भी कोई सुनवाई न होने पर उसने विषाक्त खा लिया था। जेएन मेडिकल कालेज में शनिवार तड़के मौत हो गई थी। सीओ द्वितीय शिवनारायण सिंह ने बताया कि मामले में आरोपी महिला के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। मृतक की मां व परिवार वालों ने पहले तो बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव को दफन करवा दिया था। अब मां द्वारा शव को कब्र से निकाल पोस्टमार्टम कराकर मौत का सही कारण जानने के लिए पत्र दिया गया है। इस संबंध में डीएम को पत्राचार कर अनुमति मांगी गई है।

गृह मंत्री अमित शाह के सुरक्षा में चूक, एक गिरफ्तार

गृह मंत्री अमित शाह की मुंबई यात्रा के दौरान हुई सुरक्षा चूक मामले में मुंबई पुलिस ने एक संदिग्ध को व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हेमंत पवार नाम का संदिग्ध व्यक्ति आंध्र प्रदेश के एक सांसद के पीए के रूप में और एमएचए की एक आईडी ले जाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें महाराष्ट्र के सीएम और डिप्टी सीएम के आवास के बाहर भी देखा गया। युवक को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस कई बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है।

प्रधानमंत्री आज सेंट्रल विस्टा एवेन्यू और कर्तव्य पथ का करेंगे उद्घाटन

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सेंट्रल विस्टा एवेन्यू और कर्तव्य पथ का उद्घाटन करेंगे जिसकी तैयारी पूर्ण कर ली गई है । मोदी इसी के साथ इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी आज शाम 7 बजे इंडिया गेट पर ‘कार्तव्य पथ’ का उद्घाटन करेंगे। कर्तव्य पथ कल से आम लोगों के लिए खुल जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, यह कदम तत्कालीन राजपथ से सत्ता के प्रतीक के रूप में कार्तव्य पथ को सार्वजनिक स्वामित्व और सशक्तिकरण का एक उदाहरण होने का प्रतीक है। दूसरी ओर एमबीबीएस, बीडीएस सहित मेडिकल के अंडर ग्रेजुएट कोर्सों में दाखिले के लिए आयोजित नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट) के परिणाम देर रात घोषित कर दिए गए। राजस्थान की तनिष्का ने 715 अंकों के साथ पहली रैंक हासिल की है।

मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला : 14500 स्कूलों का होगा कायाकल्प

केंद्रीय कैबिनेट ने आज अहम फैसले लिए हैं। कैबिनेट ने प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया योजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत 14500 स्कूलों का कायाकल्प किया जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अनुराग ठाकुर ने कैबिनेट के फैसलों के बारे में जानकारी दी है।  पीएम SHRI योजना है क्या? बता दें कि शिक्षा दिवस के मौके पर नरेन्द्र मोदी ने पीएम श्री योजना का एलान किया था। इस योजना के तहत 14,500 स्कूलों को अपग्रेड और विकसित करने का एलान किया गया है। पीएम ने कहा था कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पूरी भावना को समाहित करते हुए पीएम-श्री स्कूल मॉडल स्कूल बनेंगे। इसमें केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों को शामिल किया जाएगा। पीएम ने कहा था कि पीएम-श्री स्कूलों में नवीनतम तकनीक, स्मार्ट कक्षाओं, खेल और आधुनिक बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान दिया जाएगा। रेलवे में भूमी लीज की अवधि बढ़ाई गई इसके अलावा रेलवे की भूमि नीति में संशोधन को मंजूरी दी गई है। रेलवे की भूमि को लीज पर देने की अवधि 5 वर्ष से बढ़ाकर 35 वर्ष की गई है। अनुराग ठाकुर ने बताया कि आज पीएम मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने पीएम गति शक्ति फ्रेमवर्क को लागू करने के लिए रेलवे की नई लैंड पॉलिसी को संयोजित करने के लिए रेल मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। रेलवे की जमीनों पर अगले 5 सालों में 300 कार्गो टर्मिनल विकसित किए जाएंगे।  

इस बार बिना पटाखों के दिल्ली में मनेगी दीपावली, सरकार ने लगायी रोक

दिल्ली में इस बार भी दिवाली आतिशबाजी से मुक्त होगी। दिल्ली सरकार ने पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक को 23 जनवरी 2023 तक बढ़ा दिया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि इस बार ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी पर भी रोक लगा दी गई है। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने पटाखों पर बैन को लेकर कहा है कि प्रदूषण के खतरे की वजह से बैन को जारी रखने का फैसला किया गया है। उन्होंने इसे लोगों की जिंदगी बचाने की कोशिश बताया है। गापोल राय ने कहा कि इसे सख्ती से लागू किया जाएगा और इसके लिए दिल्ली पुलिस से सहयोग लिया जाएगा। इस बार ऑफलाइन के साथ पटाखों की ऑनलाइन बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है। गोपाल राय ने ट्वीट किया, ”दिल्ली में लोगों को प्रदूषण के खतरे से बचाने के लिए पिछले साल की तरह ही इस बार भी सभी तरह के पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जा रहा है, ताकि लोगों की जिंदगी बचाई जा सके। इस बार दिल्ली में पटाखों की ऑनलाइन बिक्री/ डिलीवरी पर भी प्रतिबंध रहेगा। यह प्रतिबंध 1 जनवरी 2023 तक लागू रहेगा। प्रतिबंध को कड़ाई से लागू करने को लेकर दिल्ली पुलिस, DPCC और राजस्व विभाग के साथ मिलकर कार्य योजना बनाई जाएगी।”

सनकी मां-बाप ने 11 वर्षीय जिंदा बेटी को नहर में फेंका, मौत

झूठी शान और इज्‍जत का गुमान बुद्ध‍ि-विवेक और मानवीयता का किस तरह हरण कर सकता है इसका जीता जागता नमूना मेरठ में देखने को मिला है। 11 साल की मासूम बच्‍ची चंचल की हत्या उसके ही मां-बाप ने महज इसलिए कर  दी कि वह लड़कों से हंसकर बात करती थी। चंचल के सनकी मां-बाप ने जिंदा बेटी को नहर में फेंक दिया और पकड़े जाने पर वजह बताई कि मासूम बच्ची, लड़कों से घुलमिलकर रहती थी। चंचल की हंसी और मासूमियत सबसे पहले पिता को अखरने लगी। मानसिक रूप से कुंठित पिता को यह बात सहन नहीं हुई और उसने मन में यह कल्पना कर ली कि आगे चलकर बेटी परिवार को बदनाम कर देगी। इसलिए चंचल के पिता ने पत्नी के साथ मिलकर इस घिनौनी साजिश की प्लानिंग की और बेटी को नहर में धकेल दिया। बागपत के सिंघावली निवासी बबलू परिवार के साथ गंगानगर में रहता है। बबलू ने अपनी बेटी चंचल की गुमशुदगी गंगानगर थाने में एक सितंबर को दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच की तो सनसनीखेज खुलासा हुआ। 31 अगस्त की रात चंचल को उसके पिता बबलू और मां रूबी के साथ बाइक पर देखा गया। इसके बाद से चंचल का पता नहीं था। पुलिस ने बबलू और रूबी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरा केस खुल गया। बबलू ने बताया कि चंचल, लड़कों के साथ हंसकर बात करती थी। लड़कों के साथ खेलती थी और इसलिए उसे शक हो गया था। एसपी देहात केशव कुमार ने खुलासा किया कि बबलू इसी बात को लेकर 11 साल की बेटी चंचल से नफरत करने लगा। बबलू ने पत्नी रूबी को बेटी की हत्या की साजिश में शामिल किया। पत्नी को यह कहकर राजी किया कि यह परिवार को बदनाम कर देगी। बबलू ने पत्नी के सामने कुछ झूठ भी पेश कर दिए, जिससे रूबी डर गई और अपनी 11 साल की बेटी की हत्या की साजिश में शामिल हो गई। इसके बाद दोनों, चंचल को बहाने से बाइक पर ले गए और भोला झाल पर टिकरी की ओर जाने वाली नहर में फेंक दिया। पुलिस ने हत्यारोपी मां-बाप को गिरफ्तार कर लिया है। मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि मां-पिता ने ही बच्ची को नहर में फेंका था। बच्ची की तलाश की जा रही है। तीन टीमों को लगाया है। दोनों आरोपी मां-पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इस माह बाद से फिर लोगों को मिलेगा फ्री का अनाज, सरकार कर रही है विचार – विमर्श

देश में कोरोना संक्रमण के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लाभुकों को मुफ्त अनाज की घोषणा की गई थी। बाद में इसका समय-समय पर विस्तार भी हुआ। इसकी अंतिम तारीख नजदीक आ रही है। हालांकि, सरकार इसकी समय सीमा बढ़ाने पर विस्तार कर सकती है। केंद्र सरकार बफर स्टॉक की स्थिति और खरीफ की बुवाई की समीक्षा करने के बाद इस महीने के अंत तक इस योजना का विस्तार करने पर अंतिम फैसला करेगी। इकॉनोमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यदि स्टॉक पर्याप्त होता है और खरीफ की बुवाई में कमी चिंताजनक नहीं होती है तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को और आगे बढ़ाया जा सकता है। अधिकारी ने कहा, ‘अगले महीने फैसला लिया जाएगा। अंतिम फैसला लेने से पहले बफर स्टॉक की स्थिति और खरीफ की जांच की जाएगी।’ आपको बता दें कि इस योजना के तहत प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो गेहूं या चावल और 1 किलो साबुत चना मुफ्त दी जाती है। यह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पहले से उपलब्ध कराए गए सब्सिडी वाले राशन के अतिरिक्त है। इस योजना को मार्च में छह महीने के लिए इस साल सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक अक्टूबर तक देश में भारतीय खाद्य निगम के पास 12.3 मिलियन टन चावल और 23.5 मिलियन टन गेहूं भंडार में होना चाहिए। एक अगस्त तक सरकार के पास केंद्रीय पूल में 28 मिलियन टन चावल और 26.7 मिलियन टन गेहूं था। गेहूं की खरीद मई तक समाप्त हो जाती है जबकि धान की खरीद अक्टूबर में शुरू होती है। कम बारिश के कारण पिछले वर्ष की तुलना में धान की बुवाई लगभग 6% घटकर 367.55 लाख हेक्टेयर रह गई है। ऐसे में कोई भी आवंटन मौजूदा स्टॉक से ही करना होगा। सरकार बफर स्टॉक में कमी के बारे में चिंतित है। विशेषज्ञों का कहना है कि अर्थव्यवस्था सामान्य हो रही है। ऐसे में आपातकालीन राहत उपाय को आगे जारी रखने का कोई मतलब नहीं है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कीमतों पर प्रतिकूल प्रभाव की चेतावनी देते हुए कहा, “मेरे विचार में विस्तार की आवश्यकता नहीं है क्योंकि अर्थव्यवस्था सामान्य हो गई है।” उन्होंने कहा, “गेहूं का स्टॉक कम है। अगर हम चावल देते हैं तो इसकी कमी का परिणाम भुगतना होगा, क्योंकि इस साल उत्पादन कम होगा।” आपको बता दें कि मार्च 2020 में कोविड -19 के प्रकोप के बाद देशव्यापी लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को शुरू किया गया था। अगर योजना को और आगे बढ़ाया जाता है तो सब्सिडी बिल में करीब 90,000 करोड़ रुपये का इजाफा हो सकता है।

दोस्ती से इंकार करने पर एक मुस्लिम आशिक ने 16 वर्षीय स्कूली छात्रा को मारी गोली

झारखंड के दुमका में अंकिता की हत्या को लेकर उपजे आक्रोश के बीच दिल्ली में भी इसी तरह की वारदात सामने आई है। यहां संगम विहार इलाके में एकतरफा प्यार में अमानत अली नाम के एक शख्स ने 11वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा को गोली मार दी। गनीमत है कि उसकी जान बच गई है। मामला 25 अगस्त का है। पुलिस ने अब अरमान अली को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में दौरान उसके साथ रहे पवन और बॉबी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने बताया है कि हत्या की कोशिश में 16 साल की लड़की को गोली मारकर भागे अरमान अली को गिरफ्तार कर लिया गया है। 19 साल का अरमान मूल रूप से मेरठ के मवाना का रहने वाला है। गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस को बताया कि सोशल मीडिया के जरिए उसकी लड़की से दोस्ती हुई थी। लेकिन कुछ समय पहले उसने बातचीत बंद कर दी, जिससे वह गुस्से में था और उसकी हत्या कर देना चाहता था। उसने घटना को अंजाम देने के लिए अपने साथ बॉबी और पवन को साथ लिया था। संगम विहार इलाके में एकतरफा प्यार में अमानत अली ने अपने ही मोहल्ले में रहने वाली एक 11वीं कक्षा की छात्रा को गोली मार दी। वारदात के समय पीड़ित छात्रा अपने स्कूल से घर लौट रही थी। आरोपी ने छात्रा को पीछे से गोली मारी और फरार हो गया। छात्रा के कंधे से नीचे और पीठ से ऊपर लगी है। छात्रा को बत्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजनों का यह भी आरोप है कि अली छात्रा को पिछले एक साल से परेशान कर रहा था। वह स्कूल आते-जाते पीछा करता था। छात्रा अपने परिवार के साथ संगम विहार ई-ब्लॉक में रहती है। वह अपने भाई के साथ कैम्बरीज इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ती है और 11वीं कक्षा की छात्रा है। 25 अगस्त को दोपहर में वह मां और छोटे भाई के साथ स्कूल से लौट रही थी। मां छात्रा को स्कूल लेने गई थी। छात्रा जब बी-ब्लॉक में मकान नंबर 15 के सामने पहुंची तो तभी अली अपने दोस्त के साथ पैदल आया और लड़की को पीछे से गोली मार दी। छात्रा वहीं बेहोश होकर गिर गई। आरोपी युवक कुछ दूरी पर खड़ी मोटरसाइकिल से फरार हो गए। छात्रा के पिता ने बताया कि उसकी बेटी को मोहल्ले में रहने वाला अमानत अली नाम का युवक एक साल से परेशान कर रहा था। उसकी बेटी ने फेसबुक पर उसकी दोस्त के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था। वह तभी से परेशान कर रहा था। उन्होंने बताया कि उन्हें दो महीने पहले ही पता लगा था। इसकी जानकारी बीट अफसर को दी थी। इसके  बाद आरोपी युवक अली गायब हो गया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। छात्रा ने बताया कि फायरिंग करने वाले आरोपियों में से अरमान अली को वह पहले से जानती थी। वह इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पिछले दो सालों से अरमान अली के संपर्क में थी। पिछले चार-पांच महीनों से छात्रा ने उससे बात करना बंद कर दिया था। इस बात से खफा आरोपी अरमान अली ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया था और अक्सर उनका रास्ता रोकने लगा था। छात्रा के चाचा ने बताया कि जून के अंतिम सप्ताह में इस बाबत पुलिस से आरोपी की शिकायत भी की गई थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इसके चलते आरोपी अरमान अली का हौसला बढ़ता चला गया और उसने छात्रा को गोली मार दी। अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो आरोपी पीड़िता को गोली मारने के बारे में कभी सोच भी नहीं पाता।

दिल्ली में पुरानी आबकारी निति लागू होने से कल खुलेंगी शराब की 700 नई दुकानें

विवादों में घिरी नई आबकारी नीति के तहत खुली दुकानें आज यानी बुधवार रात 10 बजे के बाद बंद हो जाएंगी। एक सितंबर से दिल्ली में पुरानी शराब नीति लागू होने जा रही है। पुरानी शराब नीति के तहत दिल्ली में कुल 700 दुकानें खुलेगी। पहले दिन (एक सितंबर) 300 दुकानें खोलने के साथ पुरानी शराब नीति लागू कर दी जाएगी। आबकारी विभाग के मुताबिक दुकानें खुलने के लिए तैयार हैं। सितंबर माह में कुल 500 दुकानें खोल दी जाएंगी, जबकि 31 दिसंबर तक सभी 700 दुकानें खोलने का लक्ष्य रखा गया है। 1 सितंबर से लागू हो रही पुरानी शराब नीति के तहत कुल 360 ब्रांड की शराब पंजीकृत हो चुकी हैं। इसमें 260 विदेशी ब्रांड की शराब शामिल है। शराब नीति में दुकानों का आकार न्यूनतम 300 वर्गमीटर रखा गया है। सभी एजेंसी को अपने-अपने इलाके में दो-दो प्रीमियम शराब की दुकानें खोलने का भी निर्देश दिया गया है। नई नीति की CBI जांच दिल्ली सरकार ने पिछले साल ही अपनी नई एक्साइज पॉलिसी लागू की थी। उपराज्यपाल ने जिस रिपोर्ट को आधार बनाया है, उसमें कहा गया है कि दिल्ली एक्साइज एक्ट और दिल्ली एक्साइज रूल्स का उल्लंघन किया गया। इसके अलावा शराब विक्रेताओं की लाइसेंस फीस भी माफ की गई, जिससे सरकार को 144 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का नुकसान हुआ। रिपोर्ट में आबकारी मंत्री की जिम्मेदारी भी निभा रहे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर आरोप लगाया गया है

अस्पताल से मृत घोषित 3 साल की बच्ची दाह संस्कार के समय हुई जिन्दा और दुबारा मृत

तीन साल की बच्ची को पहले मृत घोषित किया, अंतिम संस्कार के समय वह जीवित हो उठी और कुछ घंटों बाद फिर से मर गई। ये बेहद हैरान कर देने वाला मामला मैक्सिको का है। डॉक्टरों ने गलती से बच्ची को मृत घोषित कर दिया था। लेकिन जब उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया तो जीवित हो उठी। स्थानीय अखबार एल यूनिवर्सल के मुताबिक यह घटना 17 अगस्त को मैक्सिको के विला डी रामोस में हुई थी। मृत बच्ची का नाम कैमिला रोक्साना मार्टिनेज मेंडोजा बताया गया है। लड़की की मां ने स्थानीय अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल ने उन्हें बताया था कि उनकी बच्ची की मृत्यु हो गई है। बच्ची को पेट दर्द, उल्टी और बुखार के लक्षण पता चलने के बाद परिवार अस्पताल ले गया था। स्थानीय बाल रोग विशेषज्ञ ने लड़की की मां मैरी जेन मेंडोजो को उसे बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा। लेकिन साथ ही डॉक्टर ने तीन साल की बच्ची को डिस्चार्ज करते समय पैरासिटामोल की प्रिस्क्रिप्शन भी दे दी। मां ने एल यूनिवर्सल को बताया कि कैमिला की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी जिसके बाद वह उसे दूसरे डॉक्टर के पास ले गई। उस डॉक्टर ने दूसरी दवा दी और माँ से बच्ची को फल और पानी देने को कहा। हालांकि, उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ जिसके बाद परिवार ने लड़की को अस्पताल के इमरजेंसी रूम में भर्ती कराया। न्यूयॉर्क पोस्ट ने मां के हवाले से बताया कि अस्पताल के स्टाफ ने लड़की को ऑक्सीजन देने में काफी वक्त लगा दिया। आउटलेट के अनुसार, लड़की को इंट्रावेनस फ्लूइड देने के 10 मिनट बाद, डॉक्टरों ने उसे हटा दिया और मेंडोजो से कहा कि वे उसे बचा नहीं सके। डॉक्टरों ने लड़की की मौत का आधिकारिक कारण डिहाइड्रेशन को बताया। अगले दिन, जब अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया, तो लड़की की मां मेंडोजा ने देखा कि उनकी बेटी के कॉफिन (ताबूत) में लगे एक कांच के पैनल में रहस्यमय तरीके से भाप जम गई थी। ठीक वैसे ही जैसे कोई शीशे के अंदर सांस ले रहा हो। पहले तो वहां मौजूद लोगों ने शुरू में उनकी बातों को खारिज कर दिया और कहा कि मां होने के नाते वह अपनी बच्ची की मौत को सहन नहीं कर पा रही हैं इसलिए ऐसा कह रही हैं। लेकिन बच्ची की दादी ने कैमिला की आँखों को हिलते हुए देखा और ताबूत खोलकर देखा तो पता चला कि उसकी नब्ज चल रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़की को फिर से एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे पुनर्जीवित करने का असफल प्रयास किया और उसे फिर से मृत घोषित कर दिया। इस बार मौत का कारण सेरेब्रल एडिमा (मस्तिष्क की सूजन) बताया गया। मेंडोजा ने अब उन डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है जिन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया था। महिला ने एल यूनिवर्सल से कहा कि उनकी डॉक्टरों के खिलाफ कोई जाती दुश्मनी नहीं है, लेकिन वह चाहती हैं कि इस तरह की घटना “दोबारा न हो”। सैन लुइस पोटोसी स्टेट अटॉर्नी जनरल ने एक जांच शुरू की है।