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मीटर नही लगवाने पर 20 गांवों के उपभोक्ताओं पर होगी कार्रवाई

विद्युत आपूर्ति अवर प्रमण्डल, बिक्रमगंज कार्यालय में मीटर अधिष्ठापन एजेंसी के साथ सहायक विद्युत अभियंता बिक्रमगंज राज कुमार के नेतृत्व में हुई बैठक के उपरांत मीटर लगाने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया गया है। इस क्रम में प्रशाखा बिक्रमगंज सहित कई प्रशाखाओं के 20 गांवों के उपभोक्ताओं ने मीटर लगाने से इंकार कर दिया है।   सहायक विद्युत अभियंता राज कुमार ने बताया कि अवर प्रमण्डल बिक्रमगंज के ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 81000 एवं शहरी क्षेत्र में 9827 उपभोक्ता हैं। कुछ उपभोक्ताओं के परिसर में मीटर नहीं लगा है तथा कुछ उपभोक्ताओं के परिसर में मीटर जल गया है या दोषपूर्ण है। उस स्थिति में शीर्ष कंपनी के निर्देशानुसार मीटर बदलने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया गया है। उपभोक्ता के परिसर में मीटर लगाने हेतु अधिकृत संवेदक द्वारा जाने पर उपभोक्ता मीटर लगाने से इंकार कर दे रहे हैं।   उन्होंने बताया कि सभी कनीय विद्युत अभियंता से जानकारी प्राप्त की गई है। जिसमे संबंधित कनीय अभियंताओं ने बताया है कि प्रखण्ड दिनारा के ग्राम-कुंड, खरवत, करहँसी, भानपुर, गिरधरियाँ, बेलवईया प्रखंड बिक्रमगंज के शिवपुर, गोटपा, जोन्ही, मानपुर, रकसियाँ, बड़कागांव प्रखंड दावथ के बोधचातर, महुअरी, बभनौल, प्रखंड संझौली के राजडीह, अमैठी, मसोना, तिलई, औराई, उदयपुर, गरूरा के उपभोक्ताओं के द्वारा मीटर लगवाने से इनकार किया जा रहा है।   जिससे कि ऊक्त ग्राम के उपभोक्ताओं पर विभाग द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। शीर्ष कंपनी द्वारा निर्देशित की गई है कि जो भी उपभोक्ताओं के द्वारा मीटर बदलने या लगाने से इंकार किया जाता है तो बिहार विद्युत आपूर्ति संहिता 2007 के कंडिका 7.4 (जी) के धारा 6.32 का उल्लंघन मानते हुए संबंधित उपभोक्ता का विद्युत संबंध विच्छेदित कर कार्रवाई की जाय।

पोल-खोल अभियान के तहत जदयू ने निकाला मशाल जुलूस, भाजपाइयों को बताया विकास के लिए बाधक

बिक्रमगंज मे नगर के शहीद चौक से रविवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष उर्फ ललन सिंह के आह्वान पर पोल खोल अभियान के तहत बिक्रमगंज जदयू के प्रखंड अध्यक्ष सजय वर्मा और नगर अध्यक्ष के नेतृत्व में मशाल जुलूस निकाला गया। नगर के शहीद चौक से लेकर तेन्दुनी चौक तक मशाल जुलूस में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।   जिलाध्यक्ष अजय कुशवाहा ने तेंदुनी चौक पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी को उखाड़ फेंकने को लेकर पार्टी नेतृत्व ने शंखनाद कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव की तैयारी में कार्यकर्ताओं को अभी से लग जाने को कहा है।   वहीं नगर अध्यक्ष इरशाद खान ने कहा कि केंद्र सरकार पिछड़ा, अतिपिछड़ा, दलित विरोधी है, जो जाति आधारित गणना का विरोध कर साबित किया है। गणना का विरोध कर केंद्र की सरकार ने अपनी दोहरी नीति को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार सरकार के द्वारा किए जा रहे गणना को रुकवाने के लिए पहले तो हाई कोर्ट फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करवाई। इसे रोकने के लिए हलफनामा दायर किया कि यह बिहार सरकार के द्वारा नहीं कराया जा सकता।   जबकि जो जाति आधारित गणना हो रही है, वह जाति गणना सर्वे है। जिसका अधिकार बिहार सरकार को है। आगामी लोकसभा चुनाव में जनता उखाड़ फेंकने का काम करेगी। एक-एक कार्यकर्ताओं को अपना बूथ जितने को कहा गया है। इसके लिए हम सब पूरी तरह से तैयार हैं।   कार्यक्रम में जिला महासचिव विजय कुमार चौधरी, नगर अध्यक्ष इरशाद खान, जिला उपाध्यक्ष हसनैन खां, नगर उपाध्यक्ष अहसान खान, जिला सचिव सुरेश चौधरी, जिला सचिव रामेश्वर चौधरी, नगर उपाध्यक्ष मो. मुमताज, आनंद रजक, अनिल कुमार, राजेश सोनकर, जिला सचिव अभिषेक पटेल, सभाचंद चौधरी, बिपिन बिहारी सिंह सहित कई लोग शामिल थे।

द डिवाइन पब्लिक स्कूल धावां से निकाला गया शैक्षणिक परिभ्रमण

शहर के द डिवाइन पब्लिक स्कूल धावां के द्वारा लगभग चार सौ विद्यार्थियों का दल माँ मुंडेश्वरी भवानी की यात्रा के लिए रवाना किया गया।   विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर विद्यार्थियों के दल को रवाना किया।   इस अवसर पर अखिलेश कुमार ने बताया कि समय-समय पर विद्यालय प्रबंधन विद्यार्थियों को एजुकेशनल टूर पर ले जाता है।   इसके पूर्व भी हमलोग मथुरा, वृंदावन, आगरा, वाराणसी, राजगीर, गया इत्यादि जगहों पर छात्र-छात्राओं को पर्यटन के लिए ले जा चुके हैं। ये भ्रमण विद्यार्थियों को अपने और दूसरों के अनुभव से सीखने का एक अवसर प्रदान करता है।   विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के सम्पूर्ण विकास के लिए शैक्षणिक भ्रमण अन्य शैक्षिक गतिविधियों में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। जब विद्यार्थी शैक्षिक भ्रमण पर जाते हैं तो वे अपनी आंखों से प्रत्यक्ष रूप में देखकर किसी विषय वस्तु का वर्णन करने में सक्षम होते हैं।इस अवसर पर पर्यटन पर जा रहे विद्यार्थियों एवं शिक्षकों में खासा उत्साह देखा गया।

शिक्षकेत्तर कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर किया विरोध प्रदर्शन

एएस कालेज बिक्रमगंज के शिक्षकेतर कर्मियों ने अपने काम पर उपस्थित रह कर महाविद्यालय के कार्यों में असहयोग किया और लाल पट्टी बाँधकर सरकार और विश्विद्यालय की उदासीनता के प्रति विरोध प्रकट किया।   ज्ञातव्य हो कि माह जून 2023 से अगस्त तक लगातार तीन माह से कर्मियों को वेतन भुगतान नहीं हुआ है। कर्मी घोर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। लेकिन किसी को भी कोई ख्याल नहीं है। भयंकर महंगाई के दौर में कर्मी किसी तरह कर्ज लेकर अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए मजबूर हैं। कई कर्मियों ने अपने वेतन के आधार पर निजी कार्यों के लिए बैंकों से कर्ज लिए हैं। समय पर कर्ज का किस्त जमा नहीं होने के कारण उसका सूद बढ़ते जा रहा है।   कर्मियों का बैंक खाता सरकार और विश्विद्यालय की लापरवाही के कारण एनपीए होने का भय सता रहा है। कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहा कि बैंक वाले भी बार बार फोन करके इस बात के लिए धमकी दे रहे हैं। स्कूल वाले बच्चों का स्कूल फीस जमा नहीं किए जाने के कारण नाम काटने की धमकी दे रहे हैं। अगर किसी के घर में कोई अचानक बीमार पड़ जाए तो पैसे और दवा के अभाव में उसकी मौत हो जाएगी।   बार बार पत्राचार करने के बाद भी किसी के कान पर जू तक नहीं रहा है। सरकार के बड़े शिक्षा पदाधिकारी के के पाठक साहब रोज सुबह नए फरमान जारी कर रहे हैं। रोज मोनिटरिंग हो रही है कि कौन आया कौन नहीं। इसकी जानकारी रोज देनी है। हार्ड कॉपी में और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी। लेकिन इसकी चिंता उन्हें भी नहीं है कि कर्मियों को तीन माह से वेतन भुगतान नहीं हुआ है और वे किस तरह अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। वे राजभवन से अपनी शक्ति को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार भी कान में तेल डालकर सोई हुई है।   सचिव अक्षय कुमार प्यारे ने कहा कि सरकार और विश्विद्यालय को सिर्फ काम चाहिए। लेकिन कर्मियों को वेतन मिले या नहीं इसकी चिंता नहीं है। अगर कोई कर्मी एक दिन बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहे तो उसका वेतन काट देने आदेश जारी हुआ है। लेकिन कर्मी लगातार काम करें और तीन माह से उन्हें वेतन भुगतान नहीं हुआ तो इसके कारण किसका वेतन कटना चाहिए। कर्मियों का कहना है कि हमारे पास असहयोग करने, प्रदर्शन करने, काला लाल बिल्ला लगाकर विरोध करने और अंत में हड़ताल पर जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। हड़ताल करने पर तो सरकार और विश्विद्यालय अधिकारी वैसे ख़फ़ा हो जाते हैं जैसे कि लाल कपड़ा देखकर सांड बिदक जाता है। कुछ लोग छात्र हित के नाम पर हड़ताल के विरुद्ध कोर्ट में चले जाते हैं। कोर्ट भी अपना फैसला इसी नाम पर सुना देता है। हम आखिर करें तो क्या करें। क्या सपरिवार आत्मदाह कर लें या और कोई रास्ता है। कोर्ट भी काम नहीं तो वेतन नहीं का आदेश दे देता है।   लेकिन काम करने के बाद भी वेतन भुगतान नहीं होता इसके लिए दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश क्यों नहीं देता। कर्मियों ने निर्णय लिया कि अगर तीन चार दिन बाद भी भुगतान नहीं हुआ तो वे भिक्षाटन का कार्यक्रम भी करेंगे। गली गली और सड़कों पर घूमकर भिक्षा मांगेंगे। असहयोग कार्यक्रम में सभी कर्मियों ने हिस्सा लिया।

सेविकाओं ने राष्ट्रीय पोषण माह के तहत ग्रामीणों को किया जागरूक, रिटायर्ड आर्मी जवान को किया गया सम्मानित, बच्चों व किशोरियों ने गीत व नृत्य के माध्यम से लोगो को किया जागरूक

समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार पटना के दिशा निर्देश के आलोक में बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय पोषण माह 1 सितंबर से 30 सितंबर तक प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर मनाया जाना है।   इसी क्रम में प्रखंड क्षेत्र के मोरौना पंचायत अंतर्गत इन्द्रार्थ कला गांव में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र पर पंचायत की सभी सेविकाओं के द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विभिन्न गतिविधियों का भव्य तरीके से आयोजन किया गया।   समाज कल्याण विभाग के गाइडलाइन के अनुसार राष्ट्रीय पोषण माह के सात थीम स्वस्थ बालक बालिका प्रतिस्पर्धा का आयोजन, पोषण भी पढ़ाई भी, मिशन लाइफ के माध्यम से पोषण स्तर में सुधार हेतु जागरूकता, मेरी माता मेरा देश अभियान, एनीमिया प्रबंधन पर परीक्षण, उपचार, परामर्श एवं चर्चा, जनजातीय क्षेत्रों में पोषण संवेदीकरण हेतु उन्मुखीकरण व परामर्श, केवल स्तनपान एवं ऊपरी आहार जैसी विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। इस दौरान दो गर्भवती महिलाओं को उपहार स्वरूप सामग्री के रूप में श्रृंगार, फल, सब्जी, अनाज एवं मिलेटस देकर पोषण के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए गोद भराई किया गया तथा गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पोषण युक्त आहार लेने के संबंध में जानकारी दी गई।   इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों एवं किशोरियों के द्वारा गीत एवं मनमोहक नृत्य के माध्यम से उपस्थित लोगों को पोषण की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। आईसीडीएस की प्रमुख तीन योजनाओं की सेविकाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के मिलेटस से मनमोहक व्यंजन भी बनाए गए। सेविकाओं के द्वारा मडुआ पुआ, मडुआ रोटी, बाजरा रोटी, सावा खीर, कोदो की खिचड़ी, मकई दाना का चाट एवं छोला जैसे बिभिन्न रेसिपी बनायें गए थे, जिसका उपस्थित लोगों ने स्वाद भी चखा और रेसिपी का काफी गुणगान भी किए। जिनके प्रदर्शनी एवं ग्रामीण महिलाओं को पैकेट्स बनाकर वितरण भी किया गया। अंत में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी शशि कुमारी के द्वारा अच्छे प्रदर्शन करने वाले बच्चे एवं किशोरियों को पुरस्कृत भी किया गया। आंगनबाड़ी केंद्र पर उपस्थित स्थानीय आर्मी रिटायर्ड रामदास मिश्रा, रणजीत मिश्रा, गंगाधर मिश्रा, मोरौना निवासी सुशील कुमार मिश्रा एवं जनप्रतिनिधि को छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा पुष्प माला एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी शशि कुमारी एवं महिला पर्यवेक्षिका कुसुम कुमारी व निर्मला कुमारी के द्वारा फलदार व हरियाली का संदेश देते हुए हरे पौधे देकर सम्मानित किया गया।   मौके पर वार्ड सदस्य संजय सिंह, पंच गीता देवी, महिला पर्यवेक्षिका कुसुम कुमारी, निर्मला देवी, प्रखंड समन्वयक रिंकी कुमारी, सेविका संगीता सिंह, भागमणि देवी, मनभावती देवी, रिंकू कुमारी, मंजू देवी, फूला देवी, अनीता देवी, मांडवी कुमारी, सहायिका के रूप में राजकुमारी देवी के अलावे अन्य सभी सेविका एवं सहायिका मौजूद थी।

हाइकोर्ट पटना के वरीय अधिवक्ता बिक्रमदेव सिंह के निधन पर शोक

पटना उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता बिक्रमदेव सिंह के निधन पर स्थानीय कई अधिवक्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शोक संवेदना व्यक्त किया है। स्व. सिंह बिक्रमगंज के आरा रोड के निवासी थे।   बार एसोसिएशन के महासचिव दिनेश सिंह ने बताया कि गुरुवार की सुबह उन्होंने पटना में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर अधिवक्ता बब्लू उपाध्याय, राजेश कुमार, अजय पाठक, मनोज चौधरी, मो अली खां, ब्रजेश कुमार, मनोज कुमार, सुधीर कुमार, अशोक सिंह, प्रकाश सिंह, सहित कई लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त किया है।   स्व. सिंह बिक्रमगंज के आरा रोड के निवासी थे। बार एसोसिएशन के महासचिव दिनेश सिंह ने बताया कि गुरुवार की सुबह उन्होंने पटना में अंतिम सांस ली।   उनके निधन पर अधिवक्ता बब्लू उपाध्याय, राजेश कुमार, अजय पाठक, मनोज चौधरी, मो अली खां, ब्रजेश कुमार, मनोज कुमार, सुधीर कुमार, अशोक सिंह, प्रकाश सिंह, सहित कई लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त किया है।

प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर मनाया गया कृष्ण जन्मोत्सव

बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर जन्माष्टमी के अवसर पर बुधवार को बड़ें ही धूमधाम से कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका एवं सहायिकाओं के द्वारा छोटे-छोटे नन्हे-मुन्ने बच्चों को राधा-कृष्ण, गोपिया व सुदामा-बलराम की मनमोहक छवि बनाया गया था।   जिसको देखने से ऐसा प्रतीत होता था कि स्वयं भगवान कृष्ण राधा के साथ गोपियों के बीच आंगनबाड़ी केंद्रों पर विराजमान हो गए हैं।   आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़े छोटे-छोटे नन्हे-मुन्हे बच्चों को भगवान कृष्णा के बाल लीलाओं के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया एवं नन्हे-मुन्ने बच्चों के द्वारा बालकृष्ण की जीवनी को याद करते हुए अच्छे खासे नृत्य भी किया गया। जो बेहद ही मनोरंजन एवं मनमोहक रहा।   साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर उपस्थित ग्रामीण जनता को पोषण अभियान एवं 20 सितंबर से शुरू होने वाली फाइलेरिया क्रीमी के संबंध में भी विस्तृत रूप से जानकारी दिया गया।   कृष्ण जन्मोत्सव मनाने वालो में आंगनवाड़ी केंद्र शिवपुर 140, भड़कुरिया 144, इन्द्रार्थ कला 25, मोरौना 128, बिक्रमगंज नट टोला 93, नोनहर 09, नोनहर 130, कोल्हा 13, रमन डिहरा 54, रेडिया 65, रकसिया 79, अमाथु 27, दुर्गाडीह 69, खिरोधरपुर 62, कुसुमहरा 01, मानी 55, धारुपुर 110, पतरावल 143, शांतिनगर 116, तेंदुनी आसकामिनी नगर 87, आनंदनगर 84, ढिबरा मुहल्ला पुराना बाजार 109 के अलावे प्रखंड क्षेत्र की अन्य सभी आंगनबाड़ी केंद्र शामिल है।

शिक्षक दिवस पर किया गया प्रतियोगिता का आयोजन

द डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रांगण में शिक्षक दिवस समारोह पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया। मानव जीवन में शिक्षकों की महत्ती भूमिका है।ये कहना गलत न होगा कि शिक्षक हमारी अमूल्य धरोहर हैं। देश के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन की जन्म जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। देश के प्रत्येक स्कूल, कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में आज के दिन डॉ राधाकृष्णन के आदर्शों को याद करते हुए समारोह आयोजित किये जाते हैं।   इसी क्रम में द डीपीएस में भी कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में दीप प्रज्वल्लन किया गया।कार्यक्रम में द डीपीएस के सह निदेशक अखिलेश कुमार के छात्र जीवन के शिक्षक अखिलेश्वर झा एवं आईआईटियन अमितेश्वर आनंद ने बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की।विद्यालय की शिक्षिकाओं ने समूह गीत के द्वारा शमां बांध दिया।पुरुष शिक्षकों के समूह गीत ने भी खूब प्रभावित किया।कमलेश कुमार और उनकी टीम ने हनुमान चालीसा की इतनी सुंदर प्रस्तुति दी जिसे सुनकर कोई भी प्रशंसा किये बगैर नहीं रह सका।   इस अवसर पर अखिलेश कुमार ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया।हारमोनियम पर उंगलियां घुमाते हुए गायन करते हुए उन्होंने सिद्ध किया कि कला किसी उम्र की मोहताज नहीं होती।अभ्यास के द्वारा कोई भी साधना सरल हो जाती है। आज के अवसर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी हुआ।शिक्षकों के बीच क्रिकेट एवं शिक्षिकाओं के बीच म्यूजिकल चेयर तथा स्पून रेस की प्रतियोगिता हुई।अपने संबोधन में अखिलेश्वर झा ने शिक्षकों को संदेश दिया कि आप अपने व्यक्तित्व को इस प्रकार बनाएं कि आप बच्चों के साथ-साथ समाज की प्रेरणा बनें।   अखिलेश कुमार ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने संदेश में शिक्षकों से कहा कि आप उस कुल से संबंध रखते हैं जिसमें चाणक्य और कलाम जैसी विभूतियाँ जन्म ली हैं। हम सभी को अपना जीवन सादा एवं उच्च विचार रखना चाहिए। हम अपने दायित्व का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करें।हमारा निजी चरित्र निष्कलंक होना चाहिए ताकि शिक्षक की गरिमा बरकरार रहे। इन बातों को यदि हम अपने जीवन में आत्मसात कर सकें इसी में शिक्षक दिवस की सार्थकता निहित है।   आज इस अवसर पर प्रत्येक वर्ष की भांति सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं के बीच उपहार भी वितरित किया गया एवं सामूहिक भोज का भी आयोजन हुआ। मंच संचालन कक्षा दसवीं की छात्रा अंतरा सिंह एवं छात्र अमित कुमार ने किया।

शिक्षक दिवस पर संत एस एन ग्लोबल स्कूल में की गई शिक्षकों की पूजा

बिक्रमगंज शहर के संत एस एन ग्लोबल स्कूल में शिक्षकों की पूजा-अर्चना के साथ शिक्षक दिवस कार्यक्रम का श्रीगणेश हुआ। विद्यालय के निदेशक प्रकाश आनन्द और प्राचार्या सुखविंदर कौर ने सभी शिक्षकों की धूप-दीप,पुष्प से पूजा अर्चना की तथा सभी शिक्षकों को उपहार आदि देकर सम्मानित किया।   इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक ने शिक्षकों की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु का अर्थ होता है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला।इस लिए कोई व्यक्ति लौकिक अर्थों में तभी गुरु हो सकता है जब वह ज्ञान के प्रकाश में खड़ा हो।   लौकिक अर्थों में गुरु शिक्षक है, जो पूर्ण समर्पण के साथ अपने पर आश्रित छात्र के मन मस्तिष्क को ज्ञान के प्रकाश से आलोकित कर दे। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने शिक्षकों को समर्पित के नृत्य-गीत और नाटक प्रस्तुत किए।

वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय धारूपुर में धूमधाम मनाया गया शिक्षक दिवस

बिक्रमगंज शहर के वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय, धारूपुर में 5 सितंबर मंगलवार को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद करते हुए धूमधाम से शिक्षक दिवस मनाया गया।   इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ० सुरेंद्र कुमार सिंह व सीनेट सदस्य वीर कुंवर सिंह विश्विद्यालय, आरा सह शिक्षक प्रतिनिधि डॉ० मनीष रंजन ने महाविद्यालय प्रांगण स्थित मंगलवार को ज्ञान की देवी मां सरस्वती के समक्ष महान शिक्षाविद डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।   साथ ही साथ महाविद्यालय के समस्त कर्मियों सहित सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भी पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद कर नमन किया। मौके पर उपस्थित महाविद्यालय कर्मियों और छात्र-छात्रों के बीच मिठाइयां भी बाटा गया। वही शिक्षकों को छात्र-छात्राओं ने कलम-बुके भेंट कर उनसे गुरु स्वरूप आर्शीवाद लिया।   इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए डॉ० मनीष रंजन ने बताया कि डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के पहले उप-राष्ट्रपति सह दूसरे राष्ट्रपति भी थें। जो भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक शिक्षा जगत के महान पुरुष थे। जिनको सन् 1954 में भारत सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत भी किया गया था। ज्ञात हो कि राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 ई० में हुआ था। जिस उपलक्ष्य में हर साल इसी तिथि को स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में इन्हें याद कर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जिस अवसर पर सभी विद्यार्थीयों सहित लोगों को उनके आदर्श भरें मार्ग पर चलने का संकल्प अवश्य लेना चाहिए।   मौके प्रोफेसर-वीर बहादुर सिंह, उमाशंकर सिंह, ज्ञान प्रकाश सिन्हा, बलवंत सिंह, ब्रजकिशोर सिंह, विजय सिंह, अनिल सिंह, अरविंद सिंह, विवेक कुमार, दिनेश पाठक, अजय सिंह, दिनेश कुमार, विष्णु शंकर दुबे, नेहा कुमारी, वर्षा सिंह, सरिता सिंह, अनिता सिंह, पवन उपाध्या व चिंटू सिंह, अभय सिंह, सुनील सिंह, भीम पांडे, सरोज सिंह, विवेक कुमार, हरेंद्र हरियाली, परवेज खां, नरेंद्र सिंह, अजय मिश्रा, दिवाकर, प्रवीण सिंह, अखिलेश पाठक, संतोष कुमार, मुन्ना सिंह, चौहान बिंदु देवी सहित अनुराधा कुमारी, नीतू कुमारी, सोनी खातून, निशा कुमारी, सोनम कुमारी, सोनम सिंह, सूर्य कुमार, दीपक कुमार, अजय महाजन, दीपक कुमार, अभिषेक कुमार, हरीओम कुमार, संतोष कुमार सहित सैकड़ों छात्र-छात्रा उपस्थित थें।