अरवल। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार आज दिनांक 14 सितंबर 2024 दिन शनिवार को व्यवहार न्यायालय अरवल में वर्ष के तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में किया गया। लोक अदालत के सफल आयोजन हेतु कुल पांच बैंच का गठन विभिन्न प्रकार के सुलहनिय मामले के निपटारा के लिए किया गया था।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार पांडे ने राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ करते हुए सभी न्यायिक पदाधिकारी पैनल अधिवक्ता गण अधिवक्ता गण कर्मचारी गण आदि वादकारियों की उपस्थिति में कहा कि कोई भी मुकदमा का निपटारा बिना खर्च किए हुए बिना समय बर्बाद किए हुए सुलभ तरीके से राष्ट्रीय लोक अदालत के बैनर तले ही संभव है ।
न्यायालय में लंबित किसी अन्य मुकदमे के नियमित रूप से निपटारे में किसी एक पक्ष की ही जीत होती है जबकि दूसरे पक्ष की हार होती ही है और यहां से दुश्मनी और आपसी सौहार्द का वातावरण बिगड़ते चली जाती है। और निरंतर एक से अधिक अन्य मामलों का जन्म होते रहता है। इसलिए लोक अदालत में जिस भी मामलों का निपटारा होता है उसकी अपील नहीं होती है। और दोनों पक्ष विजय रहते हैं इसी से आपसी संबंध का वातावरण पुण:स्थापित होता है।
प्राधिकार का उद्देश्य है सामाजिक रूप से समाज में शांति और भाईचारा का विचार हमेशा बने रहे जिससे किसी भी अपराध का जन्म दोबारा ना हो हमारा समाज अपराध मुक्त रहे।
राष्ट्रीय लोक अदालत के गठित पीठ में कल 84 आपराधिक मामले का निपटारा हुआ। बैंक ऋण सताइस लाख इकतीस हजार नौ सौ उनचालीस रुपया की वसूली हुई वही जी ओ में छतीस हजार रुपये की रिकवरी हुई। जिसमें निम्नलिखित पीठ संख्या १ मनीष कुमार पांडे मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी , पैनल अधिवक्ता , इनके न्यायालय के लंबित सुलहनिय आपराधिक एवं दीवानी मामले तथा पीठ संख्या २ विभूतिभूषण अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, पैनल अधिवक्ता डॉ राजेश चंद्र ,के पीठ में इनके न्यायालय के लंबित सुलहनिय आपराधिक एवं दीवानी मामलों के अलावा अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी तृतीय एवं चतुर्थ तथा के सभी सुलहनीय आपराधिक एवं दीवानी मामले तथा श्रम विभाग, (चेक बाउंस )एन आई एक्ट, वन विभाग, के मामले का तथा पीठ संख्या ३ ईश्वर चंद्र अकेला अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी, पैनल अधिवक्ता अरुण कुमार, पीठ में इनके न्यायालय के अलावा सभी रिक्त न्यायालय के सुलहनीय आपराधिक एवं दीवानी मामले तथा बिजली बिल, वॉटर बिल ,सर्टिफिकेट कैस, तथा एसबीआई के सभी बैंक ऋण मामले, पीठ संख्या 4 सुश्री उर्मिला आर्या न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी पैनल अधिवक्ता दिलचंद साव ,के पीठ में इनके न्यायालय के सभी सुलहनीय आपराधिक एवं दीवानी मामले तथा पंजाब नेशनल बैंक के ऋण मामले पीठ संख्या 5 दीपक कुमार न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी के न्यायालय में लंबित सभी सुलहनीय आपराधिक मामले तथा भारतीय दूरसंचार निगम लिमिटेड एवं अन्य मामलों का निपटारा किया गया।