रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
बिक्रमगंज के एक छोटी चाय – नाश्ता की दुकान चलाने वाला शैलेंद्र साह कभी सपने में भी सोचा भी नहीं था कि उनका बेटा एक दिन अमेरिका जाएगा। लेकिन यह सपना उनका बेटा शुभम ने न सिर्फ देखा बल्कि उसे साकार भी किया। शुभम ने 10 वीं तक की शिक्षा रामाधार सिंह उच्च विद्यालय धनगाई से और 12 वीं की शिक्षा वीर कुंवर सिंह कॉलेज धारुपुर से प्राप्त किया। उसके बाद वह अपने करियर की नींव रखना शुरु किया और गुरुनानक इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट हावड़ा (पश्चिम बंगाल) में होटल मैनेजमेंट कोर्स में नामांकन कराया। यहां पढ़ाई के बाद उसने हरिद्वार रैडिसन ब्लू होटल में प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण के बाद इसी वर्ष उसे सबसे पहले दुबई से ऑफर मिला, लेकिन शुभम ने उसे छोड़ अमेरिका के लिए आवेदन दिया और साक्षात्कार के बाद उसे फ्लोरिडा स्थित जे डब्ल्यू मारिओट होटल में जॉब मिली है।
21 वर्षीय शुभम कुलिनरी आर्ट्स (पाक कला) से स्नातक किया है। शैलेन्द्र के दो पुत्रों में शुभम बड़ा है और विशाल छोटा है जो अभी वह पढ़ाई कर रहा है। शुभम की मां रीता देवी गृहणी हैं। बिक्रमगंज से बेटे की अमेरिका पहुंचने से वे काफी खुश हैं। शैलेंद्र चाहते हैं कि उनका छोटा बेटा भी बड़े बेटे की तरह नाम करे। शैलेंद्र साह बिक्रमगंज के नटवर रोड में 80 वर्ग फीट की कमरे में और उसके आगे झोपड़ी डालकर चाय – नाश्ता की दुकान चलाते हैं।