बिहार के सभी जिलों में एटीएम सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी। सुनसान व संवेदनशील इलाकों के एटीएम को जिलास्तर पर चिह्नित किया जाएगा। ऐसे एटीएम में गार्ड व सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य किया जाएगा। हाल के दिनों में एटीएम से कैश चोरी की घटना के बाद पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को इस बाबत निर्देश दिया है। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को एटीएम की सुरक्षा की समीक्षा करने को कहा है। इसके लिए सभी जिलों के एसपी बैंक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें देखा जाएगा कि बैंक एटीएम सुरक्षा के तय मानदंडों का पालन कर रहे हैं या नहीं। किन-किन बैंकों में गार्ड रखे गए हैं
रात के समय संवेदनशील क्षेत्रों के एटीएम में गार्ड रहते हैं या नहीं। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरा लगा है या नहीं। अगर कैमरे लगे हैं, तो काम कर रहे हैं या नहीं। इन सारे बिंदुओं को लेकर एटीएम की सुरक्षा में चूक और उसके निदान का प्लान बनाया जाएगा। बैंक अधिकारियों को जहां जरूरत होगी, वहां पुलिस के स्तर से भी रात्रि गश्ती व अन्य सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।पुलिस मुख्यालय में हुई सभी क्षेत्र व जिलों के वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी डीआइजी दलजीत सिंह ने भी एटीएम सुरक्षा को लेकर निर्देश दिया। वर्ष 2009 में रिजर्व बैंक आफ इंडिया के द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा करने को कहा गया। यह भी कहा गया कि मुख्यालय स्तर से भी चुनिंदा जिलों की समीक्षा की जाएगी।
राज्य में ठंड की दस्तक के साथ ही एटीएम चोरी की घटनाएं बढ़ जाती हैं। कुछ दिनों पूर्व ही राजधानी के कंकड़बागा के आरएमएस कालोनी में चोरों ने एटीएम उखाड़कर तीन लाख से अधिक नकद की चोरी कर ली। पिछले साल अक्टूबर में फुलवारीशरीफ के इशापुर में एचडीएफसी बैंक के एटीएम उखाड़कर चोर ले गए थे जिसमें 21 लाख रुपये नकद थे। कुछ माह पूर्व गया में भी चोरों ने एटीएम से 15 लाख की राशि गायब कर दी थी।