रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट
बिक्रमगंज। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र में पूरी तरह से फ्लॉप है। आाज भी प्रखंड क्षेत्र में दर्जन भर से अधिक टोला व बसाव क्षेत्र संपर्क पथ से वंचित है। यहां रहने वाले लोग बरसात के चार माह मुख्यालय से कटे रहते है। मार्ग नहीं होने के कारण यहां के लोगों को आने जाने या खेती की सामग्री अपने घर या खेतों तक ले जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, थ्रेसर या अन्य कृषि उपकरण इनके गांव तक नहीं पहुंच पाते है। जिससे समय से फसल लगाने या उत्पाद घर तक पहुंचने में कठिनाई होती है। गौरतलब हो कि 28 अक्टूबर वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना के तहत सभी 100 की आबादी वाले टोला को मुख्य पथ तक जोड़ने की योजना थी। प्रारंभ में इसके लिए 100 करोड़ राशि खर्च करना था। बाद में जिसे बड़ा कर 730 करोड़ कर दिया गया। इस योजना में 2020 तक 4643 टोला के 3977 किलोमीटर सड़क निर्माण किये जाने थे। निर्धारित अवधी समाप्त हो गया है।
लेकिन बिक्रमगंज प्रखंड के घंसियां कला पंचायत सोहरनिया, यादव टोला, पाल टोला, मधुबन टोला, घुसियां खुर्द पंचायत के कंडाडीह टोला, गोपालपुर, कहुआरा सहित दर्जन भर से अधिक टोला एवं बसाव क्षेत्र है, जहां संपर्क पथ नहीं है। आज भी लोग मुख्यालय से कटे हुए है। पक्की सड़क नहीं होने के कारण यहां आने जाने के लिए लोगों को साधन आसानी नहीं मिलते है। सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है। इन गांवों को संपर्क प्रखंड मुख्यालय या आसपास के बाजार से पूरी तरह से कट जाता है। लोगों को आवश्यक सामग्री या खेती के लिए उर्वरक, बीच आदि लाने में भारी परेशानी होती है। लोग कीचड़ से होकर सिर पर या साइकिल पर किसी तरह आवश्यक सामग्री बाजार से अपने घर लाते है।
कहते है अधिकारी
कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य प्रमंडल-2 मदन मोहन प्रसाद ने बताया कि कार्य पूरा करने की अवधी का विस्तार किया गया है। निर्धारित अवधी में कार्य पूर्ण किये जाने का निर्देश जारी किया गया है।