वाराणसी। ईशा फाउंडेशन के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु पदम्भूषण जग्गी वासुदेव ने अपने अनुयायीयों के साथ बाबा विश्वनाथ के दरबार मे दर्शन पूजन किया। अध्यातमीक बोध दिवस मे भाग लेने के लिए आए आध्यात्मिक गुरु ने विश्वनाथ मन्दिर परिसर मे अनुयायीयों को काशी और श्रीकाशी विश्वनाथ के महत्व को बताया। आध्यात्मिक ज्ञान की चर्चा की इसके बाद मर्णकर्णीका घाट पहुचे और इस महाश्मशान के बारे मे अनियायीयों को बताया।
आध्यात्मिक गुरु पदम्भूषण जग्गी वासुदेव वाराणसी पहुचे। शनिवार की सुबह श्री काशी विश्वनाथ धाम दर्शन पूजन करने पहुचे!गुरु को साथ पाकर देश विदेश के अनुयायी काफी खुश दिखाई दिए। सद गुरु जग्गी वासुदेव दो दिन काशी प्रवास मे वो शनिवार को अपने अनुयायीयों के संग आध्यात्मिक बोध दिवस मनाएगे। वह बाबा विश्वनाथ की नगरी मे आए अनुयायीयों को सतसंग लाभ देंगे और प्रवचन भी सुनाएगे। तीन दिवसीय आयोजन के लिए सद्गुरु के आगमन से पहले ही 600 अनुयायी काशी आ चुके थे । अब इनकी संख्या एक हजार के पार पहुँच गई है। वह अनुयायीयों के साथ के साथ छावनी क्षेत्र के सितारा होटल मे ठहरे हुए है। पुरा होटल अनुयायीयों से फूल है। आध्यात्मिक यात्रा तीन दिवसीय है इस खास आयोजन मे अनुयायी यूट्यूब लिंक पर भी ऑनलाइन सत्संग मे शामिल हो सकेगे।
वैसे तो जग्गी वासुदेव सत्संगो के दौरान काशी की महिमा काशी के बारे में वैज्ञानिक तथ्य काशी विश्वनाथ की नगरी के प्रति अपनी श्रद्धा जगाते रहे है। जग्गी वासुदेव के काशी आगमन पर बबतपुर एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सान्याल ने तुलसी का पौधा देकर स्वागत किया। होटल पहुंचने पर भी स्वागत की होड़ लगी रही।