बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आरोप लगाया है कि मुजफ्फरपुर में व्यवसायी के प्रतिष्ठान पर ताला मारकर डेढ़ करोड़ की रंगदारी मांगने वाला गिरफ्तार आरोपित अभिषेक पटेल जदयू का कार्यकर्ता और स्मैक का कारोबारी है।
उन्होंने यह भी कहा है कि मुंगेर व समस्तीपुर में व्यवसायी की हत्या के आरोपी राजद से जुड़े हैं। इन आपराधिक मामलों में उच्चस्तरीय जांच कर सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। बिहार में विपक्ष निकम्मा नहीं है और वह सरकार के संरक्षण में हो रहे अपराधों को बर्दाश्त नहीं कर सकता।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने रंगदारी मांगे जाने से खौफजदा व्यवसायी रंजन कुमार टिबड़ेवाल से भी मुलाकात की। उन्होंने एसएसपी से फोन पर बातचीत की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस समय राज्य में जंगलराज से बढ़कर गुंडाराज है। एक व्यवसायी को जदयू कार्यकर्ता अपने घर बुलाकर रिवाल्वर दिखाता है और टॉर्चर करता है और इसके बाद उसकी दुकान में ताला लगाकर कहता है कि चाबी एसएसपी से ले लेना। मुजफ्फरपुर की इस आपराधिक घटना को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। सूर्यगढ़ा में डकैती, समस्तीपुर व मुंगेर में बलात्कार व हत्या की घटनाएं भी सामान्य अपराध नहीं। ये घटनाएं बताती हैं कि राज्य में किस तरह नेता, पुलिस व अपराधी का गठजोड़ चल रहा है। मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि अब वे थक गए हैं।
जदयू से दूर-दूर तक नाता नहीं मनोज
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर जदयू जिलाध्यक्ष मनोज कुमार किसान ने कहा कि रंगदारी कांड में आरोपित अभिषेक पटेल का जदयू से दूर-दूर तक नाता नहीं है। जदयू को बदनाम करने के लिए विपक्ष के नेता ऐसा बोल रहे हैं। बेगूसराय कांड में पार्टी का नाम आने के बाद भाजपा के नेता अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। इन अपराधों को लेकर पुलिस अपना काम करेगी।
निशाने पर थे शहर के कई व्यवसायी
नगर थाना के शुक्ला रोड स्थित कपड़ा दुकान के मालिक रंजन कुमार टिबड़ेवाल को हत्या की धमकी देकर डेढ़ करोड़ रुपये रंगदारी मांगने वाले दोनों शातिरों के निशाने पर शहर के कई व्यवसायी थे। रंजन के रंगदारी देने के बाद धौंस दिखाकर अन्य व्यवसायियों से भी वसूली करते। इसका खुलासा नगर थाने पर दोनों से हुई पूछताछ में हुआ है।
पुलिस टीम ने गुरुवार की रात लकड़ीढ़ाई चौक के पास से आरोपित शुक्ला रोड निवासी डब्बू पटेल उर्फ सुबोध पटेल और अभिषेक पटेल को गिरफ्तार किया। दोनों चचेरे भाई हैं। नगर थाने पर नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि जिस मोबाइल से रंगदारी मांगी गई थी, उसे भी जब्त कर लिया गया है। दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी जयंतकांत व नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने भी दोनों से पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में अभिषेक पटेल ने स्वीकार कि स्मैक के नशे में उसने व्यवसायी से रंगदारी की मांग की थी, लेकिन उसे पता नहीं कि कितना पैसा बोला था। दोनों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में इस्तेमाल पिस्टल की बरामदगी के लिए छापेमारी की।