मंगलवार को पति की दीर्घायु के लिए सुहागिन महिलाओं ने हरितालिका तीज व्रत रखी। इसको लेकर निर्जला व्रत रखा। हिंदू धर्म में भाद्रपद मास में कई व्रत – त्योहार आते हैं जिनमें से एक हरतालिका तीज भी है।
बताया जाता है कि हरितालिका व्रत तीज के दिन ही पर्वती जी ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए बालू की प्रतिमा बना कई वर्षों तक जंगल में तपस्या कर पूजन अर्चना कि थी। फिर भगवान ने शिव खुश होकर मां पार्वती को वरदान दिये कि हम आपके पति के रूप में प्राप्त होंगे।
फिर महिलाएं भी अपने-अपने घर पर बालू की प्रतिमा बना और मंडप बना भगवान शंकर की पूजा अर्चना करती है। भगवान शिव की बालू की प्रतिमा बना मंत्र उच्चारण द्वारा पूजा अर्चना कर पति की दीर्घायु की कामना करती है।