गाजीपुर। राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश संदीप सिंह ने विकास भवन सभागार में जनपदीय अधिकारियों संग विकास एवं निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक ली। जहां निर्माण कार्यों में धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। जिलाधिकारी एमपी सिंह ने जनपद के विकास के लिए विभिन्न विभागो के माध्यम से कराये जा रहे विकास एवं निर्माण कार्याे की विस्तृत रूप रेखा प्रस्तुत किया। इसपर राज्यमंत्री ने मेडिकल कालेज, जिला चिकित्सालय पुरुष, महिला चिकित्सालय, नई सड़कों के निर्माण, सड़कों के चौड़ीकरण एवं सुन्दरीकरण, नरियांव और बारा में पानी टंकी निर्माण, सीवरेज प्लाट फेज-1, फेज-2, ताजपुरकुर्रा, कासिमाबाद गोड़उर में आईटीआई भवन निर्माण, सिखड़ी , परसा में अग्निशमन केन्द्र निर्माण व अन्य निर्माण कार्य के साथ पेयजल योजना, नमामी गंगे, अमृत योजना, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के समस्या तथा समाधान, सिंचाई , पशुपालन, राशन कार्ड, कृषि, किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, उर्जा, एक जनपद एक उत्पाद, सामूहिक विवाह योजना, छात्रवृत्रि, पेंशन, कन्या सुमंगला योजना, स्वास्थ्य विभाग, डूडा, श्रम विभाग, सेवायोजन, पर्यटन एवं अन्य लाभपरक विभागीय योजनाओं की विस्तारपूर्वक समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान राज्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिन-जिन विभागों द्वारा कराये जा रहे कार्य अभी बाकी हैं, उससे जनता को लाभान्वित कराने के लिए पूर्ण कराना अतिआवश्यक है। उन्होंने कहा कि जो भी कार्य किया जा रहा है, उससे जनता को कितना लाभ होगा, उसपर फोकस करने की जरूरत है। सरकार के द्वारा इसका बराबर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास कार्य के लिए सरकार की तरफ से अधिकारियों को खुली छूट है। अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बिना किसी सरकारी दबाव के निष्पक्ष होकर सही कार्य करने की पूरी छूट है, लेकिन इसके बाद भी यदि आमजन को आपके कार्य के प्रति असंतोष रहे और लोगों की समस्या अभी भी बरकरार रहे, तो कहीं न कहीं जहां हम कार्य कर रहे हैं वहा एक प्रतिशत की दुविधा है। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्तियों की समस्याओं को समय रहते निस्तारित नहीं किया गया, तो उसकी समस्याएं दिन ब दिन बढ़ती चली जाती है। उसकी समस्या कभी खत्म नहीं होती। उन्होंने तहसील स्तरीय समस्याएं चाहे वह पैमाईश या अन्य समस्या हो उसे समय से निस्तारित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों के लिए अच्छे कार्य करने का माहौल इस सरकार के अलावा अन्य दूसरे सरकार में नहीं मिलेगा, इसलिए उन्होंने अधिकारी को पूरी निष्ठा, लगन, ईमानदारी के साथ निष्पक्ष होकर पूरी पारदर्शिता के साथ शिकायतों का निस्तारण करने का निर्देश दिया। तत्पश्चात राज्यमंत्री ने निर्माणाधीन 100 बेड महिला जिला चिकित्सालय का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्य का जायजा लिया। निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम ईकाई बलिया को मजदूरों की संख्या बढ़ाते हुए मानक के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य कराने का निर्देश दिया। तत्पश्चात संचालित महिला चिकित्सालय का स्थलीय निरीक्षण किया। जहां उन्होंने महिला रोगियों व उनके परिजनों से पूछताछ और सीएमएस से दवाइयों की उपलब्धा की जानकारी ली।
इस दौरान विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे, मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता के अलावा जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।