बलिया। जिले में खतरा बिन्दु पार कर चुकी गंगा अब मीडियम फ्लड का रुख कर चुकी है। अचानक बदले तेवर के बाद तटवर्ती क्षेत्रों मे अफरा-तफरी मची है। गांवो में पानी घुसने के बाद ग्रामीण अपने घरेलू सामानों को सुरक्षित करने मे हांफते दिख रहे हैं। लहरें कटानरोधी कार्यो पर जमकर प्रहार कर की गयी अनियमितता की पोल खोलने लगी है।
गायघाट गेज पर खतरा बिन्दु 57.515 मीटर को पार कर चुकी नदी तेजी से मीडियम फ्लड 58.615 की ओर बढ़ रही है। जबकि एक सेमी प्रति घन्टे की वृद्धि जारी है। आयोग के अनुसार रविवार सुबह 6 बजे नदी का जलस्तर 58.320 मीटर दर्ज किया गया। नदी यहां खतरा बिन्दु से 71 सेमी उपर व मीडियम फ्लड से मात्र 29 सेमी नीचे बह रही है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के अनुसार अगर नदी मीडियम फ्लड को छू लेती है तो बाढ़ का पानी उनके घरों के अन्दर तक घुस जाएगा। बस्तियों को घेरने के बाद बाढ़ का पानी मक्के, ज्वार, बाजरा आदि के खेतों मे घुसने लगा है। इससे चारे का संकट भी मंडराने लगा है। बाढ़ से अब तक सदर व बैरिया तहसील के दर्जन भर से अधिक गांव प्रभावित हुये हैं।उधर, नदी की लहरों का प्रहार बचाव को किये गये कटानरोधी कार्यो पर बढ़ता जा रहा है। प्रहार से दरक कर खिसके बोल्डर कार्य मे की गयी अनियमितता की पोल खोलने लगी है।